किसानों को रोकने के लिए केंद्र सरकार अपना रही है दमनकारी नीति- सीएम अशोक गहलोत

दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाली रोड पर खासतौर पर 6 लेयर की बैरिकेडिंग की गई है, सबसे पहली और दूसरी लेयर में लोहे के बैरिकेड्स हैं और उसके ऊपर कंटीली तारें, वहीं तीसरी लेयर में कंक्रीट के 3 फुट ऊंचे 2 स्लैब्स को आमने- सामने रखकर उनके बीच में लगभग 2 फुट ऊंचाई तक सीमेंट और कंक्रीट का मसाला भरा गया है, इसके बाद के 2 लेयरों में लोहे के बैरिकेड्स और लगे हुए हैं

केंद्र सरकार अपना रही है दमनकारी नीति- सीएम गहलोत
केंद्र सरकार अपना रही है दमनकारी नीति- सीएम गहलोत

Politalks.News/NewDelhi/Farmers Protest. पिछले 67 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा किसानों का आंदोलन एक बार फिर बहुत बढ़ता जा रहा है. देशभर के किसानों का दिल्ली पहुंचना जारी है, ऐसे में दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर अभूतपूर्व नाकेबंदी की है. किसानों के धरना स्थल फ्लाईओवर की सभी चारों लेन पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं. दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाली रोड पर खासतौर पर 6 लेयर की बैरिकेडिंग की गई है. सबसे पहली और दूसरी लेयर में लोहे के बैरिकेड्स हैं और उसके ऊपर कंटीली तारें, वहीं तीसरी लेयर में कंक्रीट के 3 फुट ऊंचे 2 स्लैब्स को आमने- सामने रखकर उनके बीच में लगभग 2 फुट ऊंचाई तक सीमेंट और कंक्रीट का मसाला भरा गया है, जो 3 फुट ऊंची ढेड़ फुट चौड़ी दीवार बन गई है. इसके बाद के 2 लेयरों में लोहे के बैरिकेड्स और लगे हुए हैं.

ऐसे में दिल्ली पुलिस द्वारा किसान आंदोलन पर नियंत्रण के लिए दिल्ली सीमाओं पर किये गए इस तरह के इंतजामों पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गहरी नाराजगी जताई है. सीएम गहलोत ने अपने ट्वीट के साथ दो तस्वीरें साझा की जिसमें किसानों को रोकने के लिए दिल्ली बॉर्डर पर पुख्ता इंतज़ाम दिखाए गए हैं. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने अपने बयान में कहा कि दिल्ली में किसानों को आने से रोकने के लिए केंद्र सरकार जिस तरह के इंतजाम कर रही है यह एक लोकतांत्रिक देश में अच्छी परंपरा नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आंदोलन कर रहे किसानों को रोकने के लिए सड़कों को खोदना, कीलें और कंटीले तार लगाना अच्छी नीति नहीं है.

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एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यूपीए सरकार के दौरान हुए आंदोलनों से वर्तमान आंदोलन की तुलना करते हुए कहा कि, ‘यूपीए सरकार के दौरान भी कई बड़े आंदोलन हुए, लेकिन इनमें लोगों को शामिल होने से रोकने के लिए पुलिस और सशस्त्र बलों का इस्तेमाल कर कभी भी ऐसी दमनकारी नीति नहीं अपनाई गई.’ वहीं सीएम गहलोत ने केंद्र सरकार द्वारा ही सरकारी संपत्ति का नुकसान पहुंचाने की निंदा करते हुए कहा कि मोदी सरकार को अहम छोड़कर किसानों की सभी मांगें मान लेनी चाहिए.

आपको बता दें, 26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस और ज्यादा सतर्क हो गई है. किसान नेता राकेश टिकैत के आह्वान पर गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन में भारी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं. किसानों की लगातार गतिविधियों को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर पर सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया है. जिसके चलते सोमवार को गाजीपुर से डाबर तिराहे की तरफ आने वाली सड़क पर बड़ी-बड़ी कीलें ठोक दी गई हैं. इसके चलते गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा पुलिस द्वारा बॉर्डर पर ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है.

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