Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच जोधपुर जिले के देचू क्षेत्र में रविवार को 11 पाक विस्थापितों के शव मिलने के बाद पहले से गरमा रही प्रदेश की राजनीति में एक दम से उबाल आ गया, जिससे विपक्ष को बैठे बिठाए सरकार को घेरने का एक और मौका मिल गया. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत व रालोपा संयोजक हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट कर गहलोत सरकार पर कड़ा प्रहार किया.
बता दें, पाकिस्तान से विस्थापित होकर करीब आठ साल पहले जोधपुर आए एक भील परिवार के 11 सदस्य रविवार सुबह यहां से करीब 150 किलोमीटर दूर देचू के लोड़ता हरिदासोत गांव में मृत मिलने की घटना से सनसनी फैल गई. मृतकों में परिवार के मुखिया पति-पत्नी, तीन पुत्रियां, एक पुत्र, दो पौत्र, एक पौत्री, एक नवासा व ए नवासी शामिल हैं. वहीं खेत की निगरानी के लिए निकला परिवार का एक सदस्य जिंदा बच गया. उसने अपने व दो बहनों के ससुराल वालों पर आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने की रिपोर्ट दी है. पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल बारहठ का कहना है कि मौत के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है, लेकिन माना जा रहा है कि सभी ने पारिवारिक कलह के चलते सामूहिक आत्महत्या की है.
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चूंकि मुख्यमंत्री गहलोत के गृहजिले जोधपुर में और वो भी पाक विस्थापित परिवार के साथ घटी घटना, ऐसे में सियासत में उबाल आना निश्चित था. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि सरकार के लापता होने का नतीजा है यह, देचू गांव में 11 पाक शरणार्थियों की मृत्यु एक दिल हिला देने वाली घटना है, इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये.
#जोधपुर के देचू गाँव में 11 पाक शरणार्थीयों की मृत्यु एक दिल हिला देने वाली घटना है। इस मामले की उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिये।
ये नतीजा है सरकार के लापता होने का!
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) August 9, 2020
वहीं केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह घटना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान है. मृतकों में 2 पुरुष, 4 महिलाएं और 5 बच्चे हैं. एक के बाद एक, प्रदेश की बिगड़ी व्यवस्था की भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं. सरकार त्वरित कार्यवाही कर तथ्यों को सामने लाए.
जोधपुर देचू में एक दर्जन पाक विस्थापित नागरिकों की मृत्यु @ashokgehlot51 की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान है!
मृतकों में 2 पुरुष, 4 महिलाएं और 5 बच्चे हैं। एक के बाद एक, प्रदेश की बिगड़ी व्यवस्था की भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं!
सरकार त्वरित कार्यवाही कर तथ्यों को सामने लाए!
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) August 9, 2020
इसके साथ ही रालोपा मुखिया और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जोधपुर जिले के देचू क्षेत्र के लोड़ता अचलावता गांव में 11 पाक विस्थापित नागरिकों की संदेहास्पद मृत्यु हृदय विदारक घटना है. बेनीवाल ने एसआईटी या सीबीआई से जांच की मांग करते हुए मृतकों के आश्रितों को 10 लाख के मुआवजे की मांग की.
https://twitter.com/hanumanbeniwal/status/1292408366971592704?s=20
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इससे पहले एक अन्य ट्वीट में सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा घटना पर अपना व्यक्तव्य नहीं देने पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ आज सीएम अशोक गहलोत जी विश्व आदिवासी दिवस पर बधाई दे रहे है दूसरी तरफ भील समाज के 11 पाक विस्थापितों की गहलोत जी के गृह जिले में मृत्यु हो जाना जो हत्या है या आत्महत्या, इस मामले पर अब तक वक्तव्य नही आना दुर्भाग्यपूर्ण है, मामले में गहलोत जी को वक्तव्य देना चाहिए !
https://twitter.com/hanumanbeniwal/status/1292425748410585088?s=20
वहीं पाक विस्थापित के सीमान्त लोक संगठन के संयोजक हिन्दूसिंह सोढ़ा ने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिये. पाक विस्थापितों के पुनर्वास के लिए नीतियां बनाने वाले लोगों को इस घटना से सबक लेना चाहिये. अपना सब कुछ छोड़ कर भारत आए इन लोगों को सिर्फ नागरिकता ही नहीं बेहतर पुनर्वास की भी आवश्यकता है. यदि इस परिवार को जोधपुर में ही रोजगार मिल जाता तो यह बिलकुल अनजान स्थान पर रोजगार की तलाश में क्यो जाता.