मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार कभी भी, सिंधिया से मुलाकात के बाद दिल्ली पहुंचे सीएम शिवराज सिंह

ज्योतिरादित्य सिंधिया चाहते हैं उनके विभाग उनके समर्थक मंत्रियों को दे दिए जाएं, इसके अलावा हारे हुए मंत्रियों को किसी भी प्रकार से सत्ता में शामिल किया जाए, भोपाल स्तर पर मंत्रिमंडल को लेकर हुई बातचीत के बाद अब मंत्रिमंडल के नामों को लेकर दिल्ली स्तर पर मंथन होना है

Jyotiraditya Scindia Meet Cm Shivraj Singh Chouhan
Jyotiraditya Scindia Meet Cm Shivraj Singh Chouhan

Politalks.News/MadhyaPradesh/Scindia/Shivraj. भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुलाकात के बाद शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें एक बार फिर तेज हो गई हैं. उपचुनाव के नतीजों के बाद भोपाल पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया की इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात टल गई थी, लेकिन सोमवार को दोनों नेता ओरछा में शादी समारोह में शामिल होने से पहले सीएम हाउस में एक साथ बैठे. इतना ही नहीं 45 मिनिट की सीएम हाउस में हुई मुलाकात के बाद दोनों नेता केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल की बेटी के शादी समारोह में ओरछा विशेष विमान से एक साथ ही रवाना हुए. यही नहीं इसके बाद देर शाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह दिल्ली के लिए रवाना हो गए.

शिवराज और सिंधिया के बीच हुई इस मुलाकात के अब कई सियासी मायने लगाए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच संभावित मंत्रिमंडल विस्तार और निगम मंडलों में नियुक्ति को लेकर चर्चा हुई है और शिवराज सिंह के दिल्ली से लौटने बाद किसी भी दिन मंत्रीमंडल विस्तार किया जा सकता है. हालांकि सोमवार सुबह भोपाल एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुलाकात के दौरान मंत्रिमंडल पर बातचीत होने से इनकार किया था और ये कहा था कि ये सीएम का विशेषाधिकार है और इस पर केंद्रीय नेतृत्व और सीएम फैसला लेंगे.

जानकारों की मानें तो विधानसभा उपचुनाव में पूरी ताकत लगा देने के बावजूद ज्योतिरादित्य सिंधिया डबरा विधानसभा से इमरती देवी को चुनाव नहीं जिता पाए. इमरती देवी के पास महिला एवं बाल विकास विभाग था. इसके अलावा गिर्राज दंडोतिया और एदल सिंह कंसाना भी मंत्री पद पर रहते हुए चुनाव हार चुके हैं. सूत्रों का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया चाहते हैं उनके विभाग उनके समर्थक मंत्रियों को दे दिए जाएं. इसके अलावा हारे हुए मंत्रियों को किसी भी प्रकार से सत्ता में शामिल किया जाए.

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बता दें, इमरती देवी को इस्तीफा दिए लगभग एक पखवाड़ा बीत चुका है लेकिन अब सियासी गलियारों में उनके पुर्नवास की चर्चाएं शुरु हो गई हैं. जानकारों की मानें तो इमरती को ज्योतिरादित्य सिंधिया हर हाल में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिलाने पर अड़ गए हैं. इमरती देवी को ज्योतिरादित्य सिंधिया की बेहद करीबी माना जाता है और बीजेपी पार्टी सिंधिया को किसी भी कीमत पर नाराज नहीं करना चाहती. ऐसे में माना जा रहा है कि इमरती देवी को महिला वित्त विकास निगम का अध्यक्ष बनाकर केबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाना लगभग तय है.

बताया जा रहा है कि इसी सिलसिले में फाइनल राउंड की बातचीत करने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया 11 दिन पहले भोपाल आए थे परंतु सीएम शिवराज सिंह चौहान के ससुर साहब का निधन हो जाने के कारण मुलाकात नहीं हो पाई, और सोमवार को शिवराज सिंह चौहान के ससुराल में सभी आवश्यक कार्यक्रम समाप्त होने के तत्काल बाद सोमवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री से मिलने दिल्ली से भोपाल पहुंचे.

खास बात यह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री सोमवार शाम को ही दिल्ली रवाना हुए. दिल्ली में मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात प्रस्तावित है. यह माना जा रहा है कि भोपाल स्तर पर मंत्रिमंडल को लेकर हुई बातचीत के बाद अब मंत्रिमंडल के नामों को लेकर दिल्ली स्तर पर मंथन होना है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री सिंधिया से मुलाकात के बाद दिल्ली रवाना हुए हैं.

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