21 जून तक मिलेगा कांग्रेस को नया अध्यक्ष, बैठक में भड़के गहलोत- क्या सोनिया गांधी के नेतृत्व पर नहीं है भरोसा?

पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद चुना जाएगा कांग्रेस पार्टी का नया अध्यक्ष, कांग्रेस नेता आंनद शर्मा द्वारा संगठन चुनाव का मसला उठाने के पर भड़के सीएम अशोक गहलोत और बागियों को दिया सॉलिड जवाब- चुनाव की इतनी जल्दी क्यों हैं, क्या नेताओं को सोनिया गांधी के नेतृत्व पर नहीं है भरोसा?

क्या सोनिया गांधी के नेतृत्व पर नहीं है भरोसा?- गहलोत
क्या सोनिया गांधी के नेतृत्व पर नहीं है भरोसा?- गहलोत

Politalks.News/New Delhi. आखिर कांग्रेस पार्टी को अब नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलना तय हो गया है. कांग्रेस की वर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में शुक्रवार को हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में तय हुआ कि पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद 21 जून तक कांग्रेस पार्टी का नया अध्यक्ष चुन लिया जाएगा, साथ ही यह भी तय हुआ कि मई तक कांग्रेस के संगठन चुनाव हर स्तर पर करवा लिए जाएंगे. वहीं बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री ने पार्टी अध्यक्ष के लिए चुनाव करवाए जाने का विरोध करते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की. पार्टी सूत्रों की मानें तो कांग्रेस नेता आंनद शर्मा द्वारा संगठन चुनाव का मसला उठाने पर सीएम अशोक गहलोत भड़क गए और बागियों को सॉलिड जवाब दिया.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि, “चुनाव की इतनी जल्दी क्यों हैं, क्या नेताओं को सोनिया गांधी के नेतृत्व पर भरोसा नहीं है? आज के माहौल में जब देश के हालात सबको पता हैं हम चुनाव की बात कर रहे हैं मुझे बहुत दुख है.’ सीएम गहलोत ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि, ‘क्या चुनाव के बिना पार्टी खत्म हो जाएगी? क्या सोनिया जी में हमारा विश्वास नहीं है? कितने लोग चुनाव से आज तक सीडब्ल्यूसी में आए हैं? कितने लोग चुनाव से केंद्रीय मंत्री बने हैं, PCC अध्यक्ष बने हैं या मुख्यमंत्री बने हैं ?.’ सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘आज जो लोग यह बात कर रहे हैं अगर उनको पार्टी मौका नहीं देती तो 130 करोड़ लोगों के देश में उनको कौन जानता?”

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आपको बता दें, कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सीएम अशोक गहलोत करीब 15 मिनट तक बोले. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘आज किसान आंदोलन, महंगाई, अर्थव्यवस्था जैसे कई मसले चल रहे हैं ऐसे में इनपर फोकस करना जरूरी है और संगठन के चुनाव बाद में भी कराए जा सकते हैं.’ इसके साथ ही सीएम गहलोत ने देश के कई ज्वलनशील मुद्दों का भी बैठक में जिक्र किया. सीएम ने कहा कि वैक्सीन का दाम तय हो रहा है, लेकिन गरीब कैसे लगवाएगा. किसान आंदोलन में मारे जा रहे हैंऔर ऐसे में केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है, इसलिए ऐसे राष्ट्रीय मुद्दों पर जोर देने की जरूरत है.

CWC की बैठक में एक बार फिर कृषि कानून के मसले पर देशव्यापी आंदोलन की तैयारी की गई है. बैठक के बाद कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल और राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई जिसमें संगठन चुनाव को लेकर केसी वेणुगोपाल ने बताया कि 21 जून तक यानी पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी का नया अध्यक्ष चुन लिया जाएगा. वेणुगोपाल ने यह भी बताया कि बैठक में तय हुआ कि मई तक कांग्रेस के संगठन चुनाव हर स्तर पर करवाएं जाएंगे.

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पीसी में रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि CWC की बैठक में कांग्रेस नेताओं की ओर से अपील की गई कि विधानसभा चुनाव के बाद ही अध्यक्ष पद का चुनाव कराया जाए, जिसके बाद निर्णय लिया गया है. पत्रकारों द्वारा कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा को लेकर जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल उठाया तो रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह हमारे परिवार का हिस्सा हैं, कोई बागी नहीं है और सभी ने मिलकर ही अध्यक्ष के चुनाव को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया था.

आपको याद दिला दें कि कांग्रेस में संगठन चुनाव को लेकर पहले भी कई नेता सोनिया गांधी को चिट्ठी लिख चुके हैं और इन्हीं में से एक आनंद शर्मा ने ही बैठक में संगठन चुनाव का मसला उठाया. जिसपर अशोक गहलोत ने उन्हें सॉलिड जवाब दिया. वहीं बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से कहा गया कि पार्टी को जल्द ही इसका शेड्यूल निकालना चाहिए, क्योंकि कई और मुद्दे भी अहम हैं. कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक में किसान आंदोलन, वैक्सीनेशन, चैट विवाद पर जांच की मांग से जुड़े प्रस्ताव पास किए गए हैं. इसके साथ ही बैठक में तय हुआ है कि कांग्रेस पार्टी लगातार जिला और ब्लॉक स्तर पर कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखेगी.

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