कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारास्वामी के इस्तीफा देने के बाद येदियुरप्पा ने 26 जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. तब से वे अकेले ही सरकार चला रहे हैं. मंत्रिमंडल का गठन न होने पर कर्नाटक कांग्रेस ने प्रदेश गवर्नर वजूभाई वाला पटेल की चुप्पी पर सवाल उठाए.
कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को सीएम पद की शपथ ग्रहण किए पूरे 18 दिन हो चुके हैं लेकिन वे अभी तक सरकार का मंत्रिमंडल तक गठित नहीं कर पाए हैं. ऐसे में येदियुरप्पा के साथ कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला पटेल विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं. कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारास्वामी के इस्तीफा देने के बाद येदियुरप्पा ने 26 जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. तब से वे अकेले ही सरकार चला रहे हैं.
दो हफ्ते से ज्यादा होने पर भी मंत्रिमंडल का गठन न होने पर कर्नाटक कांग्रेस ने प्रदेश गवर्नर वजूभाई वाला पटेल की चुप्पी पर सवाल उठाए. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता वीएस उगरप्पा ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के 18 दिन हो गए. येदियुरप्पा अभी तक मंत्रिमंडल का गठन तक नहीं कर पाए हैं. मैं राज्यपाल से पूछना चाहता हूं कि क्या संविधान के अनुसार राज्य में कोई सरकार है? उन्होंने इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्यपाल से सरकार को बर्खास्त करने की मांगी की.
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गौरतलब है कि कर्नाटक में 16 विधायकों के विधानसभा से इस्तीफा देने के चलते सत्ताधारी सरकार अल्पमत पर आ गयी. इस्तीफा देने वालों में 13 कांग्रेस और तीन जेडीएस पार्टी के विधायक थे. पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी के विधानसभा में बहुमत साबित न कर पाने की वजह से कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार 106 वोट के मुकाबले 100 वोटों से गिर गयी. इसके चलते कुमारास्वामी ने 23 जुलाई को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इस घटनाक्रम के ठीक दो दिन बाद बीएस येदियुरप्पा ने राजभवन में राज्यपाल वजूभाई पटेल के समक्ष सीएम पद की शपथ ली. इस दौरान उसके साथ बीजेपी का कोई भी नेता मौजूद नहीं रहा. ऐसे में अब प्रदेश की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना वाजिब है. इस बारे में गवर्नर की चुप्पी पर कांग्रेस और जेडीएस ने लामबंद होना शुरू कर दिया है.
याद दिला दें, हाल में कुमारास्वामी ने अपने राजनीतिक जीवन से संन्यास लेने की ओर इशारा भी किया था. उन्होंने कहा था कि मैं गलती से राजनीति में आ गया और मुख्यमंत्री भी बन गया. अब इस राजनीतिक करियर को आगे ले जाना मुश्किल लग रहा है.