देश में लोकसभा चुनावों में नेताओं के दल बदलने का सिलसला जारी है. इसी कड़ी में गुना से बीएसपी के प्रत्याशी लोकेन्द्र सिंह धाकड़ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. बता दें कि गुना से कांग्रेस के प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया है जो इस सीट से लगातार चार बार सांसद रहे हैं और उनकी मौजुदगी में बसपा के प्रत्याशी ने कांग्रेस की सदस्यता ले ली. जिससे नाराज बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. बता दें कि मायावती शनिवार को बसपा प्रत्याशी के समर्थन में सभा करने गुना जाने वाली थीं.
नाराज मायावती ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर रही है. साथ ही मायावती ने कहा कि, बसपा मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार को समर्थन जारी रखने पर पुनर्विचार करेगी. आगे मायावती ने यह भी कहा कि सत्ता का दुरूपयोग करने में कांग्रेस बीजेपी से कम नहीं है. हमारे उम्मीदवार को कांग्रेस ने डरा-धमकाकर बैठाया है. फिर भी बसपा गुना में अपने सिंबल पर चुनाव लड़कर जवाब देंगी.
सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के मामले में कांग्रेस भी बीजेपी से कम नहीं। एमपी के गुना लोकसभा सीट पर बीएसपी उम्मीदवार को कांग्रेस ने डरा-धमकाकर जबर्दस्ती बैठा दिया है किन्तु बीएसपी अपने सिम्बल पर ही लड़कर इसका जवाब देगी व अब कांग्रेस सरकार को समर्थन जारी रखने पर भी पुनर्विचार करेगी।
— Mayawati (@Mayawati) April 30, 2019
इसके बाद मायावती ने अगले ट्वीट में कहा कि कांग्रेसी नेता यूपी में ये प्रचार कर रही है कि चाहे बीजेपी जीत जाए लेकिन बसपा-सपा नहीं जीतनी चाहिए. यह कांग्रेस पार्टी के जातिवादी, संकीर्ण व दोगले चरित्र को दर्शाता है. अतः लोगों का यह मानना सही है कि बीजेपी को केवल हमारा गठबंधन ही हरा सकता है. लोग कांग्रेस के इस दोहरे चरित्र से सावधान रहें.
साथ ही, यूपी में कांग्रेसी नेताओं का यह प्रचार कि बीजेपी भले ही जीत जाए किन्तु बसपा-सपा गठबंधन को नहीं जीतना चाहिए, यह कांग्रेस पार्टी के जातिवादी, संकीर्ण व दोगले चरित्र को दर्शाता है। अतः लोगों का यह मानना सही है कि बीजेपी को केवल हमारा गठबंधन ही हरा सकता है। लोग सावधान रहें।
— Mayawati (@Mayawati) April 30, 2019
गौरतलब है कि कांग्रेस और बसपा के बीच गठबंधन को लेकर चर्चा चली थी लेकिन गठबंधन नहीं हो पाया. मायावती ने कांग्रेस के साथ किसी भी राज्य में गठबंधन से साफ इंकार कर दिया था, वहीं मायावती की पार्टी यूपी में सपा और रालोद के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही हैं. जिसमें बीएसपी 38, सपा 37, रालोद 3 लोकसभा सीटों पर चुनावी मैदान में है. वहीं गठबंधन ने अमेठी और रायबरेली सीट पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं.