डीग-कुम्हेर निकाय में बनेंगे कांग्रेस के बोर्ड, मुझ पर रखें विश्वास- विश्वेंद्र सिंह ने डोटासरा को दिलाया भरोसा

विश्वास बड़ी चीज है और उन्हें मुझ पर भरोसा करना चाहिए, चाहे भाजपा सरकार में हुए उपचुनाव, गोपालगढ़ जैसे सांप्रदायिक दंगे या गुर्जर आंदोलन मैंने अत्यंत शांत तरीके से पार्टी को हर संकट से निकाला- विश्वेन्द्र सिंह, डीग-कुम्हेर के 65 वार्डों में सिंबल नहीं बांटे जाने के बाद गर्माई सियासत, विश्वेंद्र ने बताया रणनीति का हिस्सा

Vishvendra Singh
Vishvendra Singh

Politalks.News/Rajasthan/Congress. पूर्व केबिनेट मंत्री और विधायक विश्वेंद्र सिंह ने 65 वार्डों वाली डीग-कुम्हेर नगर पालिकाओं में कांग्रेस के बोर्ड बनने का दावा किया है. दरअसल, बीते शनिवार डीग-कुम्हेर नगर पालिकाओं के 65 वार्डों में कांग्रेस का एक भी टिकट न बांटने पर सियासत गरमा गई. बताया गया कि पार्टी ने सिंबल तो भेजे लेकिन पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने रोक लिए. इस पर नाराजगी जताते हुए विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि रणनीति के तहत रोके गए थे सिंबल. यही नहीं विश्वेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि विश्वास बड़ी चीज है और उन्हें मुझ पर भरोसा करना चाहिए.

पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने डीग कुम्हेर के नगर निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से बात करने के बाद ही किसी प्रत्याशी को सिंबल नहीं देने की बात भी कही है. विधायक विश्वेंद्र सिंह का कहना है कि डीग-कुम्हेर के निकाय चुनाव के लिए एक-एक वार्ड में कई दावेदार थे. ऐसे में सिंबल देने से पार्टी को नुकसान हो सकता था. विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस की ओर से केवल चेयरमैन और वाइस चेयरमैन पद के लिए ही सिंबल दिए जाएंगे, जैसा कि बीजेपी ने भी किया है.

विश्वेंद्र सिंह ने अपने ऊपर उठे सवालों को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, तब राज्य में कांग्रेस के लिए विषम परिस्थितियों के बाद भी कांग्रेस और बीजेपी के प्रत्याशी बराबर सीटों पर विजयी हुए थे. उस वक्त सरकार में तीन मंत्री इस क्षेत्र से थे, इसके बावजूद मैंने यहां पर कांग्रेस का बोर्ड बनवाया था. विश्वेंद्र ने कहा कि इसके बाद भी कोई इधर उधर की बात कर रहा है तो ये ठीक नहीं है बल्कि पूरी तरह गलत है.

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दरअसल प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने चुनाव चिंह वितरित नहीं किए जाने पर पर्यवेक्षकों से जवाब लेने की बात कही थी. इस पर विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि विश्वास बड़ी चीज है और उन्हें मुझ पर भरोसा करना चाहिए. चाहे भाजपा सरकार में हुए उपचुनाव, गोपालगढ़ जैसे सांप्रदायिक दंगे मैंने अत्यंत शांत तरीके से पार्टी को संकट से निकाला. गुर्जर आंदोलन के दौरान अनेक बार सरकार के धर्म संकट को दूर किया. क्या अब भी मुझे किसी प्रमाण की आवश्यकता है.

इससे पहले विश्वेंद्र सिंह ने निकाय चुनावों में जीत के लिए सिंबल की जगह खुद की फोटो को ही काफी बताया था. पूर्व मंत्री ने कहा कि डीग और कुम्हेर पालिका में टिकट मांगने वालों की संख्या ज्यादा होने के चलते सिंबल नहीं बांटे गए ताकि गुटबाजी और भीतरघात को रोका जा सके. विश्वेंद्र सिंह ने बताया कि संभावित प्रत्याशियों ने ये भी कहा कि चुनाव में पार्टी सिंबल से ज्यादा उनकी फोटो ही काफी है क्योंकि ज्यादातर निर्दलीय पार्टी और विश्वेंद्र सिंह समर्थक हैं. ऐसे में प्रचार के लिए विश्वेंद्र की फोटो प्रचार में इस्तेमाल करने की इजाजत मांगी गई है.

गौरतलब है कि जिले के 255 वार्डों में कांग्रेस ने 188 वार्ड खाली छोड़ते हुए सिर्फ 67 उम्मीदवार ही मैदान में उतारे हैं. वहीं बीजेपी ने 141 वार्डों में प्रत्याशी उतारे हैं और 114 वार्ड खाली छोड़े हैं. कांग्रेस की तरह से बताया जा रहा है कि विश्वेंद्र सिंह ने पार्टी के सिंबल्स को अपने पास रोक लिए और इसे चुनाव जीतने और कांग्रेस का बोर्ड बनाने की रणनीति का हिस्सा बता रहे हैं.

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