पॉलिटॉक्स ब्यूरो, बिहार. नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करने का खामियाजा अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी भुगतना पड़ रहा है. आलम ये है कि उनके ही एक जिले में कुछ लोगों ने उनके खाफिले को न केवल काले झंडे दिखाए बल्कि गो बैक के नारे भी लगाए. हालांकि प्रदर्शनकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और काफिला भी बिना रूके रास्ते से निकल गया लेकिन सीएए पर बिहार में हो रहा विरोध नीतीश पर भारी पड़ता दिख रहा है.
दरअसल, बिहार सीएम और जदयू प्रमुख नीतीश कुमार अररिया जिले से होते हुए मय काफिला गुजर रहे थे. नेशनल हाईवे 327 पर अचानक कुछ लोग आ गए और हाथों में काला कपड़ा लेकर नारेबाजी करने लगे. हालांकि दस्ता जल्दी में था और उसी तेज रफ्तार से आगे निकल गया. लेकिन बिहार में बढ़ता जा रहा ये विरोध आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में भारी भी पड़ सकता है.
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नीतीश की पार्टी जदयू के सांसदों ने पहले लोकसभा और बाद में राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया था. उसके इस फैसले पर पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और जदयू के राष्ट्रीय महासचिव पवन वर्मा ने नाराजगी व्यक्त करते हुए पार्टी प्रमुख से इस पर पुनर्विचार करने की सलाह दी थी.
बता दें, देशभर में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बवाल मचा हुआ है. जेएनयू और जामिया सहित कई विश्वविद्यालयों और छात्र संगठनों ने भी केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध किया है.