Politalks.News/Punjab. पंजाब में पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की सुरक्षा में चूक (Major Security Lapse) को लेकर भाजपा आक्रामक हो गई है. पंजाब भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल आज राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मिला. इस दौरान भाजपा नेताओं ने पंजाब की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सवाल उठाए और कहा कि, ‘यह गंभीर मामला है, इसलिए डीजीपी और गृहमंत्री को बर्खास्त (BJP seeks dismissal of state Home Minister, DGP) किया जाना चाहिए’. पार्टी नेताओं ने मुख्यमंत्री चन्नी के प्रधानमंत्री को रिसीव न करने का मामला भी उठाया. प्रोटोकाल के तहत मुख्यमंत्री को जाना होता है, लेकिन वह नहीं गए. दूसरी तरफ ‘चूक’ की जांच के लिए अब सीएम चरणजीत चन्नी (Charanjeet Singh Channi) सरकार ने हाई लेवल कमेटी गठित कर दी है. खबरों के मुताबिक, यह कमेटी अगले तीन दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. सियासी जानकारों के मुताबिक पंजाब में खोई जमीन तलाशने में जुटी भाजपा के लिए इससे बड़ा मुद्दा नहीं हो सकता है और भाजपा इसे ऐसे ही नहीं छोड़ेगी. मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी PIL दायर की गई है.
राज्यपाल से मिले भाजपा नेता बोले- डीजीपी और गृहमंत्री को किया जाए बर्खास्त
पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के मसले पर पंजाब की सियासत गर्माई हुई है. मामले में दूसरे ही दिन भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मिलने पहुंचा. पंजाब भाजपा के ‘प्रधान’ अश्विनी शर्मा, केंद्रीय उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश, महासचिव डॉक्टर सुभाष शर्मा ने राज्यपाल से पंजाब के डीजीपी और गृह मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है. इस दौरान इन्होंने कहा कि, ‘यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला है, इसलिए डीजीपी और गृहमंत्री को बर्खास्त किया जाना चाहिए. पार्टी नेताओं ने मुख्यमंत्री चन्नी के प्रधानमंत्री को रिसीव न करने का मामला भी उठाया. उन्होंने कहा कि, ‘प्रोटोकाल के तहत मुख्यमंत्री को जाना होता है, लेकिन वह नहीं गए’. पार्टी के नेता इन सभी मामलों को लेकर राज्यपाल से मिलने के लिए आए हुए थे.
यह भी पढ़ें- पीएम की सुरक्षा में नहीं हुई किसी तरह की चूक, नहीं होनी चाहिए इस पुरे मामले पर राजनीति- सीएम चन्नी
‘कैप्टन’ कर चुके हैं राष्ट्रपति शासन की मांग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में पूरी तरह से नाकामी के लिए चरणजीत सिंह चन्नी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए, पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सरकार को बर्खास्त करके राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि, ‘यह सरकार सत्ता में बने रहने के सभी नैतिक और सविधान अधिकार खो चुकी है, जो अपने प्रधानमंत्री को सुरक्षा मुहैया करवाने की अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी को पूरा करने में विफल रही है’.
शेखावत ने बताया आपराधिक साजिश
भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत पहले ही इसे आपराधिक साजिश करार दे चुके हैं. शेखावात ने कहा कि, ‘ये देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ गंभीर खिलवाड़ है. इसके लिए जो भी नेता, मंत्री व अधिकारी जिम्मेदार हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए’.
यह भी पढ़े: पंजाब में PM मोदी की ‘सियासी सर्जिकल स्ट्राइक’, बोले- सीएम को थैंक्स कहना, मैं जिंदा पहुंच पाया
चन्नी सरकार ने बनाई हाई लेवल कमेटी, तीन दिन में आएगी रिपोर्ट
दूसरी तरफ पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक की जांच के लिए अब चरणजीत चन्नी सरकार ने हाई लेवल कमेटी गठित कर दी है. इस हाई लेवल कमेटी में रिटायर्ड जस्टिस मेहताब सिंह गिल और प्रिंसिपल सेक्रटरी होम अफेयर्स ऐंड जस्टिस अनुराग वर्मा सदस्य होंगे. पंजाब सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक, कमेटी को अगले तीन दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी’.
फिरोजपुर जाते समय फ्लाईओवर पर रूका था पीएम का काफिला
आपको बता दें कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पंजाब के फिरोजपुर में रैली करनी थी. हालांकि, कुछ प्रदर्शनकारी किसानों ने उस रास्ते को जाम कर दिया जिससे पीएम मोदी का काफिला गुजर रहा था. इसकी वजह से पीएम मोदी 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे और बाद में उनकी रैली को रद्द करना पड़ा. गृह मंत्रालय ने इसे पीएम की सुरक्षा में चूक बताते हुए पंजाब सरकार से इस पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.