हनुमान बेनीवाल के खिलाफ बोलने पर बीजेपी विधायक प्रताप सिंह सिंघवी को मिली धमकी

हनुमान बेनीवाल और उनके समर्थक इसी प्रकार की गुंडागर्दी के लिए जाने जाते हैं, इस प्रकार की धमकियों से वे डरने वाले नहीं हैं, बेनीवाल को हैसियत नापनी है तो इस्तीफा दें और चुनाव लड़ें, इन बचकानी हरकतों की वजह से ही बेनीवाल को कोई गंभीरता से नहीं लेता- सिंघवी

विधायक प्रताप सिंह सिंघवी को मिली धमकी
विधायक प्रताप सिंह सिंघवी को मिली धमकी

Politalks.News/Rajasthan. पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार में मंत्री रहे वर्तमान छबड़ा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी को नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के खिलाफ बयान देने पर जान से मारने की धमकी मिली है. गुरुवार दोपहर एक मोबाइल नंबर 7018915496 से विधायक सिंघवी को एक कॉल आया. दूसरी तरफ से बात करने वाले ने शख्स ने खुद को हनुमान वबेनीवाल का समर्थक बताते हुए प्रताप सिंह सिंघवी से कहा कि, ‘उन्होंने उनके नेता के खिलाफ और वसुंधरा राजे के समर्थन में बयान क्यों दिया.’ अनजान शख्स ने विधायक को धमकी देते हुए कहा कि ‘यदि फिर से ऐसा किया तो नतीजा अच्छा नहीं होगा.’

इस पर विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने कहा कि इस प्रकार की धमकियों से वे डरने वाले नहीं हैं, वे लगातार सच बोलते रहेंगे. सिंघवी ने कहा कि हनुमान बेनीवाल और उनके समर्थक इसी प्रकार की गुंडागर्दी के लिए जाने जाते हैं, उनसे ऐसी ही प्रतिक्रिया की उम्मीद की जा सकती है. गौरतलब है कि बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुट के माने जाने वाले बीजेपी नेताओं प्रताप सिंह सिंघवी के अलावा पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत, प्रह्लाद गुंजल, विद्याशंकर नंदवाना व पूर्व जिला प्रमुख गोविंद सिंह परमार ने रालोपा मुखिया और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की ओर से एनडीए छोड़ने की धमकी पर पलटवार करते हुए कहा था कि, ‘वो कल क्या आज ही भाजपा से संबंध तोड़ लें, भाजपा को उनकी जरूरत नहीं है.’

बेनीवाल को हैसियत नापनी है तो इस्तीफा दें और चुनाव लड़ें: सिंघवी

प्रताप सिंह सिंघवी ने हनुमान बेनीवाल के उस बयान पर भी कड़ा एतराज जताया है कि जिसमें बेनीवाल ने कहा था कि उनके खिलाफ बयानबाजी कर रहे भाजपा नेताओं की कोई राजनीतिक हैसियत नहीं है. विधायक सिंघवी ने कहा कि वे छठी बार विधायक बने हैं, 1985 में जब पहली बार विधायक बने थे तब बेनीवाल महज 13 साल के थे. सिंघवी ने आगे कहा कि हनुमान बेनीवाल को राजनीतिक हैसियत नापने का इतना ही शौक है तो उन्हें सांसद पद से इस्तीफा देकर अपने बूते नागौर से चुनाव लड़ना चाहिए. वे जिस भाजपा की बदौलत ही आज सांसद हैं और राजस्थान में उसी पार्टी की शीर्ष नेता वसुंधरा राजे के बारे में अनर्गल बातें करते हैं. सिंघवी ने कहा कि इन बचकानी हरकतों की वजह से ही बेनीवाल को कोई गंभीरता से नहीं लेता.

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गौरतलब है कि बीजेपी नेताओं ने गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को संयुक्त रूप से पत्र लिखकर आग्रह किया कि हनुमान बेनीवाल लगातार पार्टी को लगातार संबंध विच्छेद करने के लिए धमका रहे हैं और पार्टी उनको अभी तक क्यों बर्दाश्त कर रही है, यह समझ में नहीं आ रहा. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रालोपा मुखिया हनुमान बेनीवाल ने कहा कि उनके खिलाफ बयानबाजी कर रहे भाजपा नेताओं की कोई राजनीतिक हैसियत नहीं है और उनका केंद्र में मोदी और शाह से गठबंधन हुआ था.

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