Politalks.News/UttarPradesh. एक तरफ जहां सरकार जनसंख्या नियंत्रण पर करोड़ो रुपए खर्च करती आ रही है, वहीं दूसरी ओर कुछ नेताओं द्वारा अपनी राजनीति चमकाने के उद्देश्य से की गई गलत बयानबाजी लोगों में गलत धारणा पैदा कर सरकार के प्रयासों को धता बता रही है. मंगलवार को गणतंत्र दिवस के दिन उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक नेताजी द्वारा ऐसा ही एक विवादित बयान दिया गया. नेताजी ने झंडारोहण के दौरान हम दो हमारे पांच का नारा दिया. भारतीय जनता पार्टी के व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत अग्रवाल शारदा यहीं पर नहीं रुके, उन्होंने पांचों बच्चों के भविष्य के कामों को समझाते हुए यहां तक कह दिया कि एक बच्चे को लोहा खरीदना और चलाना भी सिखाइए.
भाजपा नेता विनीत अग्रवाल शारदा ने कहा कि जब तक हम दो हमारे दो का नियम सभी के लिए नहीं बनता तब तक हम दो हमारे पांच का सभी संकल्प लें. नेताजी ने कहा कि जब तक नियम नहीं बनता तब तक हम दो हमारे दो के सिद्धांत को समाप्त करना चाहिए. शारदा ने सरकारों से अपील की कि या तो ये हो जाए कि उनके भी दो हमारे भी दो या फिर हम दो हमारे पांच का सभी को संकल्प लेना चाहिए. यहां भाजपा नेता का साफ-साफ इशारा मुस्लिम समुदाय की ओर था कि उनके ऊपर भी हम दो-हमारे दो का नियम लागू किया जाए, या हमें भी 5 बच्चे पैदा करने की छूट दी जाए.
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यही नहीं, भाजपा नेता शारदा ने पांच बच्चों में से हर एक को किस काम में लगाया जाए, इसका उल्लेख भी अपने भाषण में किया. शारदा ने कहा कि पांच बच्चों में से पढ़ा लिखा बच्चा राजनीति में जाए. एक बच्चे को मान मर्यादा इज़्जत बचाने के लिए लोहा खरीदना और लोहा चलाना सिखाइए. एक बच्चे को सेना में भेजिए. एक बच्चे को व्यापार में लगाइए और एक बच्चे को आईएएस- पीसीएस बनाकर भारत की सेवा में लगाइए. विनीत अग्रवाल शारदा ने एक बार फिर दोहराते हुए कहा कि आज लोकतंत्र का सबसे पवित्र दिन है और इस दिन या तो हम दो हमारे दो या फिर हम तीन हमारे तीन का नियम सरकार सभी के लिए बना दे, या फिर आज हम सब संकल्प लें कि सभी हम दो हमारे पांच का पालन करेंगे.
अपनी बात के समर्थन में भाजपा नेता विनीत अग्रवाल शारदा ने रामायण का उदाहरण देते हुए समझाया कि महाराजा दशरथ के चार पुत्र थे, अगर राजा दशरथ के चार पुत्र नहीं होते तो रावणराज का अंत नहीं होता. इसलिए देश को ज़रूरत है हम दो हमारे पांच की. उनमें (मुस्लिम) और हम में सौतेला व्यवहार नहीं होने की बात करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि अगर ऐसा नहीं होगा कि भारत माता फिर रोएगी, फिर भारत माता जंजीरों में जकड़ी जाएगी और फिर दूसरे पाकिस्तान की मांग उठेगी. हम भारत माता को प्रणाम करते हैं और हम दो हमारे पांच के सिद्धांत को सलाम करते हैं.
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भाजपा नेता का यह भाषण हो सकता है सुनने में कुछ लोगों को जरूर अच्छा लग सकता है, अपने आलाकमान को खुश करने की कोशिश करने वाले इन माननीय नेता ने पांच बच्चे पैदा करने और उनके भविष्य को तो निर्धारित कर दिया लेकिन उन बच्चों को पैदा करने के बाद उनके लिए रोटी-कपड़ा-मकान के साथ उनकी पढ़ाई और लोहा खरीदने और चलाने के लिए पिछले सात साल की रिकॉर्ड महंगाई के बीच पैसा कहां से बरसेगा, इसका कोई जिक्र नहीं किया. खैर, अब नेताजी को पार्टी द्वारा क्या इमाम दिया जाएगा इसका पता आगे चलेगा.