Politalks.News/Delhi. पिछले छह महीने में भारतीय जनता पार्टी ने पांच मुख्यमंत्री बदले हैं. असम में सर्बानंद सोनोवाल, कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा, उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत और गुजरात में विजय रुपाणी अब पूर्व मुख्यमंत्री हो गए हैं. भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इसके बाद भी यह सिलसिला रूकने वाला नहीं है. कई और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री बदले जा सकते हैं. मजेदार बात यह है कि सिर्फ भाजपा के मुख्यमंत्री बदलने की चर्चा नहीं हो रही है, बल्कि यह कहा जा रहा है कि अब गैर भाजपा राज्यों के मुख्यमंत्री भी बदलेंगे…!
दिल्ली से देश की राजनीति पर नजर रखने वाले सूत्रों का कहना है कि, ‘यह मुख्यमंत्रियों के बदलाव का दूसरा दौर था. पहले दौर में भाजपा ने दूसरी पार्टियों के मुख्यमंत्री बदले थे. कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी और मध्य प्रदेश में कमलनाथ को बदला गया था’. जानकार सूत्रों का कहना है कि, ‘दूसरे दौर में भाजपा ने अपने मुख्यमंत्री बदले और अब तीसरे दौर में फिर दूसरी पार्टियों के मुख्यमंत्री बदले जाएंगे. तीसरे दौर में दूसरी पार्टियों के जिन मुख्यमंत्रियों पर भाजपा की नजर बताई जा रही है उनमें झारखंड के हेमंत सोरेन, महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे और बिहार के नीतीश कुमार हैं‘. अब देखना यह होगा कि कहां सबसे पहले बदलाव होगा और कैसे बदलाव होगा?. इसकी रूपरेखा सामने नहीं दिख रही है पर परदे के पीछे काम चल रहा है.
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जानकार सूत्रों का कहना है कि, ‘इसके बाद अगले दौर में यानी चौथे दौर में भाजपा फिर अपने मुख्यमंत्रियों को बदलेगी. वह बदलाव 2023-24 के चुनावों के लिहाज से होगा. वर्ष 2023-24 में जिन राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं उनमें त्रिपुरा, मध्य प्रदेश और हरियाणा शामिल हैं और ये तीनों राज्य भाजपा के लिए बहुत अहम हैं. इन तीनों राज्यों में अगले साल कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है.



























