बिहार: मुंगेर में दूसरी बार हिंसा, भड़के लोगों ने दो थानों को फूंका, एसपी-डीएम को हटाया

लोगों ने गोलीकांड की तुलना जलियांवाला बाग से की, एसपी लिपि सिंह को बताया जनरल डायर, दुर्गा विसर्जन के दौरान हुई थी फायरिंग जिसमें एक की हुई मौत, जदयू सांसद की सुपुत्री हैं लिपि सिंह

Mungar Violence In Bihar
Mungar Violence In Bihar

Politalks.News/Bihar. बिहार के मुंगेर जिले में दुर्गा पूजा के दौरान मूर्ति विसर्जन में हुई हिंसा अभी तक शांत नहीं हुई है. गुरुवार को भी गुस्साई पब्लिक ने जिला मुख्यालय स्थित एसपी कार्यालय और एसडीओ आवास में जमकर तोड़फोड़ की. इस दौरान कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया और थाने पर पथराव किया गया है. दो थानों को आग भी लगा दी है. मामले पर चुनाव आयोग ने एक्शन में आते हुए एसपी और डीएम को हटा दिया है. मनजीत सिंह ढिल्लो को नया एसपी और रचना पाटिल को मुंगेर का नया डीएम बनाया गया है. इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि एसपी और डीएम को बदल सरकार केवल मामले की लीपापोती करने में लगी है.

मामला 26 नवंबर का है जब मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई फायरिंग में 20 वर्षीय युवक की मौत हो गई. उसके बाद यहां के लोगों ने घटना की तुलना जलियाबांग हत्याकांड से की और एसपी लिपि सिंह को जनरल डायर कहना शुरु कर दिया. लोगों का आरोप है कि लिपि सिंह ने जलियांवाला बाग कांड की तरह निहत्थे लोगों पर गोलियां और लाठी चलाने के आदेश दिए थे. 2016 बैच की आईपीएस अधिकारी और मुंगेर जिले की पुलिस अधीक्षक लिपी सिंह जदयू के राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह की सुपुत्री हैं जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं.

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मुंगेर जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत दीन दयाल उपाध्याय चौक पर सोमवार देर रात देवी दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई गोलीबारी और पथराव में एक व्यक्ति की मौत हो गई और सुरक्षाकर्मियों सहित दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे. स्थानीय लोगों ने पुलिस की गोलीबारी में 20 साल की उम्र के एक युवक की मौत का आरोप लगाया. इस पर मुंगेर के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने कहा था कि वह भीड़ के बीच से किसी के द्वारा चलाई गई गोली से मारा गया था.

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घटना के बाद पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने कहा था कि कुछ असामाजिक तत्वों ने दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान पथराव किया, जिसमें 20 जवान घायल हो गए. भीड़ की तरफ से भी गोलीबारी की गई जिसमें दुर्भाग्य से एक व्यक्ति की मौत हो गई. घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें सुरक्षाकर्मियों को विसर्जन जुलूस में लोगों के एक समूह पर लाठी चार्ज करते दिखाया गया है. घटना मुंगेर के दीन दयाल चौक के पास हुई.

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार विसर्जन के लिए दुर्गा की मूर्ति ले जाने के दौरान एक बांस के वाहक के टूट जाने के बाद परेशानी शुरू हो गई थी और इसे ठीक करने में समय लग रहा था. मूर्ति को ले जाने वाले वाहक की मरम्मती में हुई देरी के कारण अन्य निकाले गए मूर्ति जुलूस रास्ते में फंसे हुए थे. प्रशासन चाहता था कि जुलूस जल्दी से जल्दी निकले क्योंकि सुरक्षाकर्मियों को बुधवार को चुनाव ड्यूटी पर तैनात किया जाना था.

इस घटना के बाद जिले में तनाव बढ़ गया. स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए भारी पुलिस की तैनाती की गई है. बेगूसराय जिले में आरसीपी सिंह के बुधवार को पहुंचने पर आक्रोशित पदर्शनकारियों ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने भी घटना की निंदा की है.

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इससे पहले राजद, कांग्रेस और तीन वामपंथी दलों के विपक्षी महागठबंधन ने बुधवार सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस घटना में ‘हाई कोर्ट-निगरानी जांच’. विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार एवं राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुंगेर पुलिस को ‘जनरल डायर’ कहकर संबोधित किया. इस अवसर पर मौजूद कांग्रेस के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी शासन में हिंदू धार्मिक जुलूस को निशाना बनाए जाने के लिए इस पार्टी पर कटाक्ष किया. जन अधिकार पार्टी के संस्थापक और मधेपुरा से पूर्व सांसद पप्पू यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘मुंगेर की एसपी लिपि सिंह जनरल डायर है तो नरसंहार का मुख्य साजिशकर्ता लार्ड चेम्सफोर्ड कौन है? दुर्गा जी के विसर्जन को गए युवाओं का हत्यारा कौन है’.

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इस गोलीकांड पर आज फिर से भीड़ उग्र हो गई और कई जगह आगजनी हुई. लोगों ने मुंगेर एसपी लिपि सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जानकारी के अनुसार एसपी लिपि सिंह के ऑफिस में भी तोड़फोड़ की गई है. मुंगेर के लोगों ने पुलिस पर जबरन मूर्ति विसर्जन कराने और बेरहमी से लोगों की पिटाई करने के कई गंभीर आरोप लगाए हैं. मुंगेर एसपी लिपि सिंह इस घटना के बाद खामोश हो गई थी और पुलिस की बर्बरता पर एक शब्द नहीं बोल रही हैं. मुंगेर एसपी ने पुलिस फायरिंग से इंकार किया है.

मुंगेर में हुई इस घटना के बाद से बिहार की राजनीति पूरी तरह से गरमा गई है और विपक्ष ने इस मुद्दे को हाथों-हाथ लिया है.बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस मामले में कड़ी कार्रवाई के साथ ही उच्च न्यायालय के किसी रिटायर्ड जस्टिस से पूरे घटना की जांच की मांग की है. वहीं, कई सामाजिक कार्यकर्ता भी बिहार के बीजेपी-जदयू सरकार को निशाने पर ले रहे है. गोलीकांड और हिंसा का असर यहां मतदान पर पड़ा है. बुधवार को पहले चरण के मतदान में यहां सबसे कम वोटिंग हुई है. मामले में संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने एसपी लिपि सिंह सहित डीएम को हटाया है.

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