Politalks.News/MadhyaPradesh. मध्यप्रदेश में आज से ठीक दो साल पहले बनी कमलनाथ सरकार 13 महीने ही चल पाई और ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के चलते बीती मार्च में यह सरकार गिर गई. इसके बाद फिर से बीजेपी की सरकार बनी और शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बने. कमलनाथ सरकार गिराने में बीजेपी के किस बड़े नेता की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका थी, इस रहस्य से अब पर्दा उठ चुका है. इंदौर में किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इसको लेकर बड़ा बयान दिया है. अपने भाषण के दौरान विजयवर्गीय ने कहा कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराने में अगर किसी की महत्वपूर्ण भूमिका थी तो वो नरेंद्र मोदी की थी.
दरअसल, कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 22 दिनों से जारी किसान आंदोलन के चलते भारतीय जनता पार्टी द्वारा देश के अलग-अलग शहरों में किसान सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में इंदौर में किसान सम्मेलन की ज़िम्मेदारी कैलाश विजयवर्गीय और नरोत्तम मिश्रा को दी गयी थी. किसान सम्मेलन में अपने भाषण के दौरान कैलाश विजयवर्गीय बातों-बातों में बड़ा खुलासा कर दिया. विजयवर्गीय ने कहा कि, “जब तक कमलनाथ जी की सरकार थी, हमने एक दिन चैन से सोने नहीं दिया. अगर भाजपा का कोई कार्यकर्ता था जो कमलनाथ जी को सपने में भी दिखाई देता था वो नरोत्तम मिश्रा जी थे, तालियां बजाकर नरोत्तम मिश्रा जी का स्वागत करें. ये पर्दे के पीछे की बात कर रहा हूं आप किसी को बताना मत, मैंने आज तक किसी को नहीं बताई, पहली बार इस मंच पर बता रहा हूं कि कमलनाथ जी की सरकार गिराने में यदि महत्वपूर्ण भूमिका किसी की थी तो नरेंद्र मोदी जी की थी धर्मेंद्र प्रधान जी की नहीं थी, पर किसी को बताना मत ये बात, आज तक मैने किसी को नहीं बताई.”
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कांग्रेस हुई हमलावर, कहा- हमारे आरोपों की हुई पुष्टि
कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमारे आरोपों की पुष्टि खुद कैलाश विजयवर्गीय ने कर दी. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि, ‘भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने किसान सम्मेलन के मंच से कांग्रेस के उन तमाम आरोपों की पुष्टि कर दी है कि प्रदेश की लोकप्रिय, जनादेश वाली कमलनाथ सरकार को बीच समय में नरेंद्र मोदी जी के इशारे पर गिराया गया है.’
सलूजा ने आगे कहा कि, ‘भाजपा शुरू से ही झूठ कहती आई है कि कांग्रेस की सरकार गिराने में उसका कोई योगदान नहीं है, कांग्रेस के अंदरूनी संघर्ष के कारण प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिरी है लेकिन आज कैलाश विजयवर्गीय की स्वीकारोक्ति से यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस के आरोप पूरी तरह से सही हैं और भाजपा झूठ बोल रही थी एवं चुनी हुई कांग्रेस की सरकारों को असंवैधानिक तरीक़े से गिराने में देश के सर्वोच्च पद पर बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ही हाथ है.’