2023 से लम्बे समय तक BJP सरकार के दावे के साथ भूपेंद्र यादव की यात्रा संपन्न, चर्चाओं का दौर जारी

'मैं मुख्यमंत्री की रेस में नहीं हूं, मैं एक कार्यकर्ता हूं'- ये कहते हुए भूपेन्द्र यादव की जन आशीर्वाद यात्रा संपन्न, साथ ही गहलोत पर बरसते हुए बोले- जनता देने वाली है कांग्रेस सरकार को विदाई, वसुंधरा राजे की यात्रा से दूरी बनी चर्चा का विषय, जाते-जाते कई सवाल छोड़ गई यात्रा

'मैं मुख्यमंत्री की रेस में नहीं...'!
'मैं मुख्यमंत्री की रेस में नहीं...'!

Politalks.News/Rajasthan. केंद्रीय वन पर्यावरण, श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव की ‘जन आशीर्वाद यात्रा‘ संपन्न हो गई है. इस पर यादव ने कहा है कि जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान प्रदेश की जनता का भरपूर प्यार मिला है. इस तरह का समर्थन देखकर मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि अशोक गहलोत की इस सरकार की विदाई तय हो चुकी है. लंबे समय तक के लिए यहां भाजपा की सरकार आने वाली है. यादव ने कहा कि, ‘ये जन आशीर्वाद यात्रा उनका निजी कार्यक्रम न होकर पूरी तरह से पार्टी का कार्यक्रम था. इससे पहले भी मैंने प्रदेश सहित कई राज्यों में संगठन के आदेशों पर कार्य किए हैं. इसलिए भावी सीएम के तौर पर माना जाना निराधार और अर्थहीन है. बता दें, शनिवार को अजमेर स्थित मेरवाड़ा एस्टेट में वह मीडिया से मुखातिब होते हुए भूपेंद्र यादव ने खुद को राजस्थान के CM चेहरे के तौर पर प्रोजेक्ट किए जाने के सवाल को उन्होंने खारिज कर दिया. केन्द्रीय मंत्री यादव ने विपक्ष पर जहां हमले बोले वहीं प्रदेश में गहलोत सरकार पर भी जमकर निशाना साधा.

‘मैं मुख्यमंत्री की रेस में नहीं, मैं एक कार्यकर्ता’- भूपेन्द्र यादव
केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि, ‘जन आशीर्वाद यात्रा मैंने अकेले नहीं निकाली है. पिछले दिनों जिन 39 सांसदों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया, उन सभी की ओर से यात्रा निकाली गई है’. राजस्थान के सीएम पद की दौड़ से खुद को अलग करते हुए यादव ने कहा कि, ‘कुछ लोग मेरी इस यात्रा को मुख्यमंत्री पद की दौड़ से जोड़ रहे हैं. यह शरारतपूर्ण काम है. वह एक कार्यकर्ता हैं और उन्हें जो दायित्व सौंपा जाता है वह उसे पूरी निष्ठा के साथ करते हैं. असल में यात्रा निकालने के निर्देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिए हैं‘, विपक्ष पर निशाना साधते हुए यादव ने कहा कि, ‘कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने संसद में नए मंत्रियों का परिचय नहीं होने दिया. इसलिए सभी मंत्री अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर जनता का आशीर्वाद ले रहे हैं’

‘वसुंधरा राजे निजी कारणों से नहीं आईं, मेघवाल की उम्र ज्यादा’

जन आशीर्वाद यात्रा में पूर्व CM वसुंधरा राजे और वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश मेघवाल सरीखे बड़े नेताओं की गैरमौजूदगी पर भूपेंद्र यादव ने सफाई देते हुए कहा कि, ‘वसुंधरा जी अपने निजी कारणों से यात्रा में नहीं आ पाईं. इस संबंध में मेरी उनसे बात भी हुई थी. उनके नहीं आने के पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है’. वहीं यादव ने बताया कि, ‘वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश मेघवाल की उम्र ज्यादा है. इसलिए वो नहीं आ पाए‘.

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2023 में जनता गहलोत सरकार को देगी विदाई- यादव

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि, ‘पंचायती राज के लिए केंद्र सरकार ने 967 करोड़ रुपए भेजे थे. गहलोत सरकार ने उन पैसों को नीचे ग्राम पंचायत स्तर तक क्यों नहीं पहुंचाया. कोरोना महामारी के दौरान केंद्र सरकार ने दवाइयां भेजी थी, उसको कांग्रेस सरकार ने बर्बाद करने का काम किया’. जन आशीर्वाद यात्रा पर यादव ने कहा कि, ‘जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान जनता से जो अपार स्नेह मिला है, उसे देख कर मैं कह सकता हूं कि आगामी 2023 विधानसभा चुनाव में जनता गहलोत सरकार को विदाई देगी‘.

‘आरक्षण से छेड़छाड़ नहीं करेगी मोदी सरकार’

क्रीमीलेयर के मुद्दे पर भूपेन्द्र यादव ने कहा कि, ‘संविधान में डॉ. भीमराव अंबेडकर ने जो व्यवस्थाएं आरक्षण में दी है, मोदी सरकार उससे छेड़छाड़ नहीं करेगी. मोदी सरकार सर्व विकास के लिए कटिबद्ध है. विपक्ष की ओर से तरह-तरह की बातें की जाती हैं, लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस सामाजिक जनगणना की बात कर रही है तो फिर 1950 से 1990 तक काका कालेलकर की रिपोर्ट को लागू क्यों नहीं की गई. मंडल आयोग का कांग्रेस ने विरोध किया, बाद में रिपोर्ट लागू भी की. ओबीसी का आरक्षण दिया, लेकिन विभिन्न कॉलेजों विश्वविद्यालयों और अन्य क्षेत्रों में नौकरियां हैं या नहीं इसको लेकर कांग्रेस ने संवैधानिक आयोग क्यों नहीं बनाया.

‘मोदी सरकार ने क्रीमीलेयर व्यवस्था को बढ़ाया आगे’

केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि, ‘कांग्रेस ने 1993 में क्रीमी लेयर बनाया, लेकिन उसे लागू नहीं किया उसे आगे बढ़ाने का कार्य अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में हुआ और उसके बाद मोदी सरकार ने क्रीमी लेयर व्यवस्था को आगे बढ़ाया’. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए यादव ने कहा कि, ‘कांग्रेस जनगणना की बात तो करती है, लेकिन देश में केंद्रीय विद्यालय बने हुए हैं. पीएम मोदी ने ओबीसी का आरक्षण लागू किया. दूरस्थ इलाकों से चार लाख बच्चों को इनमें दाखिला मिला. अगर यह पहले हो जाता तो अब तक कई बच्चों का भला होता. यूनिवर्सिटी में रोस्टर प्रणाली सरकार लेकर आई है. मोदी सरकार सबका साथ सबका विकास की संकल्पना पर चलती है. केवल ओबीसी आरक्षण ही नहीं आजादी के 70 वर्ष बाद स्वर्ण समाज में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को भी संबल देते हुए 10 फीसदी आरक्षण दिया गया’.

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मोदी सरकार का नारा, ‘सबका साथ-सबका विकास’

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने प्रेस वार्ता में कहा कि बीजेपी, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के द्वारा दिए आरक्षण को पूरी तरह से पालन करने के लिए कटिबद्ध है. सरकार उसमें किसी प्रकार से छेड़छाड़ नहीं करेगी. पीएम नरेंद्र मोदी का सामाजिक न्याय का नारा है सबका साथ सबका विकास. इसलिए एक दूसरे का विरोध नहीं करके एक दूसरे के पूरक बनकर देश के विकास करने में सरकार अग्रसर है.

मोदी-शाह के ट्रबल शूटर की जन आशीर्वाद यात्रा पर टिप्पणी

केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव की जन आशीर्वाद यात्रा संपन्न हो गई है. दो दिन के हो-हल्ले के बीच यह यात्रा लोगों के मन में कई सवाल छोड़ गई. क्या भूपेन्द्र यादव राजस्थान में बीजेपी की ओर से एक और चेहरा उतारा गया है. माना जाता है कि भूपेन्द्र यादव मोदी-शाह की विश लिस्ट में शामिल हैं और राजस्थान में बढ़ रही गुटबाजी के बीच यादव एक न्यूट्रल कैंडिडेट हो सकते हैं जिस पर सभी पक्ष तैयार हो जाएंगे!. सीएम चेहरे की बात पर सफाई देते देते यादव थक से ही गए. करीब-करीब हर जगह भूपेन्द्र यादव जोर देकर कहते रहे कि, ‘मैं सीएम पद की रेस में शामिल नहीं हूं. मैं एक कार्यकर्ता हूं’, लेकिन एक राजनीतिक टिप्पणीकार ने कहा कि, ‘बीजेपी में तो यही कहा जाता है कि, ‘हम एक साधारण कार्यकर्ता को भी सीएम और राष्ट्रीय अध्यक्ष बना देते हैं’.

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वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की पूरी यात्रा से दूरी भी चर्चा का विषय बनी रही, इस पर भी यादव को ही सफाई देनी पड़ी कि, ‘वसुंधरा जी के परिवार का सदस्य बीमार हैं इस वजह से हो नहीं आ पाईं‘. एक मजेदार वाक्या भी हुआ जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है. बताया जा रहा है कि जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में जब प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने यादव का स्वागत किया तो एक कार्यकर्ता ने जोर से वसुंधरा राजे जिंदाबाद के नारे लगा दिए जिससे एक बारगी तो समारोह में अजीब सी स्थिति बन गई. बताया जा रहा कि उस कार्यकर्ता को फिर समझा भी दिया गया!

इस पूरी यात्रा पर सबसे मजेदार टिप्पणी स्टेच्यू सर्किल पर कोल्ड कॉफी पी रहे युवा ने कि, ‘अरे अब ये भूपेन्द्र यादव कौन है’. युवा का कहना भी सही है क्योंकि आज तक भूपेन्द्र यादव राजस्थान में कभी जनता के बीच में इस तरह गए नहीं हैं. हालांकि मूलत: यादव राजस्थान के अजमेर के रहने वाले हैं. कांग्रेस ने भी यही सवाल पूछा था कि. यादव बताएं की राजस्थान की जनता के लिए आज तक उन्होंने किया क्या है?. सच तो यह भी है कि वो तो संगठन के एक सिपाही की भूमिका निभाते रहे हैं.

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