Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान की गहलोत सरकार पर बीजेपी तो हमलावर रहती ही है साथ ही अपनी ही पार्टी के विधायक भरतसिंह भी सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने एक बार फिर अपनी ही सरकार के मंत्री प्रमोद जैन भाया पर निशाना साधा है. इस बार उन्होंने गौ सेस को बंद करने की मांग करते हुए सीएम गहलोत को पत्र लिखा है. भरतसिंह ने पत्र में यह भी लिखा कि, ‘मुझे गोपालन मंत्री भाया से किसी तरह की उम्मीद नहीं है, उनसे उम्मीद करना सूखे कुएं से प्यास बुझाने जैसा है’. सांगोद विधायक ने सीएम को लिखा कि, ‘प्रदेश में गाय के नाम पर वर्ष 2016 में भाजपा शासन के समय लगाया गया और वसूला जा रहा टैक्स (सेस) बंद किया जाए. गाय के नाम पर जो टैक्स वसूल किया जा रहा है वह भी भाजपा शासन में किसी शैतान दिमाग की सोच थी’. भरतसिंह ने लिखा है कि, कांग्रेस सरकार बंद करें. इस टैक्स से न तो गाय का भला हो रहा है, न जनता का. जनता को सड़कों पर जगह-जगह गाय घूमती दिखती है’
भाया और भरतसिंह में है पुरानी अदावत!
दोनों ही दिग्गज कांग्रेसी नेताओं की पुरानी अदावत है. भरतसिंह कुंदरपुर कोटा के सांगोद तो मंत्री प्रमोद जैन भाया बारां के अंता से विधायक हैं. भरतसिंह भाया को घेरने का कोई भी मौका नहीं चूकते हैं. पहले भी भरतसिंह सीएम अशोक गहलोत और तत्कालीन डिप्टी सीएम सचिन पायलट को लैटर लिख कर भाया पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर निकालने की मांग कर चुके हैं. भरतसिंह की इस चिट्ठी पर पहले भी जयपुर से लेकर दिल्ली तक बड़ा बवाल हुआ था. उस चिट्ठी में भरतसिंह ने लिखा था कि, ‘बारां में खनन मंत्री के संरक्षण में अवैध खनन हो रहा है. ऐसे में सरकार ने बिल्ली को दूध की रखवाली पर लगा रखा है’.
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‘शराब और स्टांप ड्यूटी से 2 करोड़ रोजाना वसूल रही है राज्य सरकार’
सांगोद से कांग्रेस विधायक भरतसिंह कुंदनपुर अपने पत्र लेखन को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहते हैं. भरतसिंह ने लिखा है कि, ‘राज्य सरकार प्रतिदिन गाय के नाम पर प्रदेश में 2 करोड़ से अधिक टैक्स स्टांप ड्यूटी और शराब पर वसूल करती है. इस टैक्स से आम आदमी को क्या मिलता है? आम आदमी को सड़कों पर हर जगह मवेशी और उनके कारण मौत व दुर्घटना मिलती है. सरकार मृतक व घायल को कोई आर्थिक मदद प्रदान नहीं करती. गाय के नाम पर वसूल हो रही इस सरकारी ठगी को सरकार बंद करें तो यह जनहित का कार्य होगा’.
भाया का जवाब- नो कमेंट्स
जब भरतसिंह के पत्र को लेकर गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया से बात की गई तो भाया ने सीधे तौर पर भरत सिंह के निजी आरोपों पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. नो कमेंट. नो कमेंट कह कर सवाल को टाल दिया, साथ ही भाया ने कहा कि, ‘सम्मानीय विधायक भरत सिंहजी हमारे वरिष्ठ नेता हैं. मैं उनका व्यक्तिगत रूप से सम्मान करता हूं. ये उनके व्यक्तिगत विचार हो सकते हैं. हमारी सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गौशालाओं को मिलने वाला अनुदान बढ़ाया है. छोटे गौवंश के आहार के लिए पूर्व में मिलने वाली राशि 16 रुपए प्रतिदिन से बढ़ाकर 20 रुपए एवं बड़े गौवंश की प्रतिदिन अनुदानित राशि 32 से बढ़ाकर 40 रुपए की गई है’.
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मंत्री प्रमोद जैन भाया ने बताया कि, ‘कांग्रेस सरकार में दिसंबर 2018 से अगस्त 2021 तक गौशालाओं को 1340 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है. प्रत्येक पंचायत समिति में एक लगभग 1.57 करोड़ से नंदी गोशाला का निर्माण किया जाएगा. इस योजना में लगभग 651 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी. हमारे लोकप्रिय सीएम के कुशल नेतृत्व में गोपालन विभाग द्वारा गौ संवर्धन को लेकर ऐतिहासिक कार्य किए जा रहे हैं’.