Hanuman Beniwal big statement: नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने SI भर्ती मामले को लेकर दिया बड़ा बयान, आज SI भर्ती-2021 को लेकर हाईकोर्ट ने हुई थी सुनवाई, सरकार ने भी इस मामले में दे दिया है जवाब, सरकार ने कहा कि हम SI भर्ती रद्द नहीं करेंगे, कैबिनेट सब-कमेटी ने रद्द नहीं करने की सिफारिश की,वही अब 7 जुलाई को होगी इस मामले में फाइनल सुनवाई, इसे लेकर अब सांसद हनुमान बेनीवाल ने दी प्रतिक्रिया, बेनीवाल ने कहा कि भर्ती को लेकर भजनलाल सरकार का हाईकोर्ट में दिया गया जवाब है विरोधाभासी.
जयपुर में मीडिया से बात करते हुए सांसद बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान हाईकोर्ट में भजनलाल शर्मा सरकार द्वारा भर्ती को लेकर दिया गया जवाब पूरी तरह विरोधाभासी है, सरकार की उपसमिति अब तक लगातार भर्ती रद्द करने के पक्ष में थी, मगर अचानक ऐसा क्या हुआ कि अब इसे ‘जल्दबाजी’ बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
*भर्ती पर उपसमिति की मंशा सवालों के घेरे में*
सांसद बेनीवाल ने बड़ा बयान देते हुए आगे कहा कि SOG रद्द करने की सिफारिश कर चुकी है खुद उपसमिति यही बात बोल चुकी थी लेकिन अब लगता है उपसमिति की नाराजगी मुझसे है क्योंकि उसमें जोगाराम पटेल जैसे लोग शामिल हैं, जिनकी पोती परीक्षा में नकल करते हुए पकड़ी गई थी, और मैने इस पर उनकी कड़ी आलोचना की थी, यह पूरी भर्ती जातिगत आधार पर पक्षपात की भेंट चढ़ चुकी है, जिन पर फर्जीवाड़े के आरोप हैं, वे एक ही जाति से जुड़े हैं और सरकार अब उन्हें बचाने में लगी है, सरकार का कहना है – ‘इस बार जैसे-तैसे निकाल लो, अगली बार देखेंगे’, यह सोच बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है
*भाजपा-कांग्रेस की मिलीभगत से प्रदेश को लूटने का आरोप*
बेनीवाल ने आगे कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने से पहले इस भर्ती को रद्द करने का वादा किया था, लेकिन अब सरकार इसे जानबूझकर अधरझूल में रखना चाहती है. उपसमिति दोहरी बात कर रही है – एक तरफ कहती है भर्ती रद्द नहीं होगी, दूसरी तरफ कहती है ‘अभी रद्द करना जल्दबाजी होगी. यह प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात है. कांग्रेस और भाजपा दोनों मिलकर प्रदेश को दोनों हाथों से लूट रहे हैं.
*जन आंदोलन कमजोर नहीं पड़ेगा*
जयपुर में चल रहे धरने को लेकर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि आज हमें धरने पर बैठे 70 दिन हो गए हैं, न तो सरकार हमें हटा पाई और न ही थका पाई, इस बीच हमने एक लाख लोगों की रैली निकाली, बजरी माफिया के खिलाफ प्रदर्शन किया और डॉ. राकेश बिश्नोई को न्याय भी दिलाया, हम अपनी लड़ाई पूरी ताकत से लड़ते रहेंगे.
*जनता को तय करना होगा – अबकी बार निर्णायक संघर्ष*
सरकार पर हमला जारी रखते हुए बेनीवाल ने आगे कहा कि इस सरकार में कई नौसिखिया मंत्री ऐसे हैं जिन्हें खुद को भी उम्मीद नहीं थी कि विधायक बनते ही उन्हें मंत्री पद मिल जाएगा, इन्हें लगता है कि अगर भर्ती रद्द हुई तो हनुमान बेनीवाल का कद बढ़ जाएगा. मेरा कद इन मंत्रियों के हाथ में नहीं है, वह जनता के आशीर्वाद से है.
अंत में आरएलपी प्रमुख बेनीवाल ने बताया कि दिल्ली कूच की रूपरेखा तय करने के लिए बुधवार को पार्टी की आपात बैठक बुलाई गई है. जिसमें दिल्ली कूच की रणनीति और तारीख तय की जाएगी, दिल्ली कूच केवल एक मुद्दे तक सीमित नहीं रहेगा, उसमें अग्निवीर योजना, जाति आरक्षण और युवाओं के हक से जुड़े तमाम मुद्दे शामिल रहेंगे, तभी यह गूंगी-बहरी सरकार जनता की आवाज़ सुनने को मजबूर होगी.