Politalks.News/MP. मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर आने वाले परिणाम के ऐन वक्त पहले सौदेबाजी को लेकर सियासत गर्माती हुई दिख रही है. पूर्व सीएम कमलनाथ ने फिर से कांग्रेस विधायकों की खरीद फरोख्त करने और प्रलोभन देने की कोशिश करने को लेकर बीजेपी पर गंभीर आरोप जड़े हैं. कांग्रेस के कोतमा विधायक सुनील सराफ के साथ कुछ निर्दलीय विधायकों की शिकायत पर कमलनाथ ने ये आरोप लगाए हैं. विधायक सराफ ने बीजेपी की तरफ से उन्हें इस तरह के आॅफर की पुष्टि की है. इसी बीच कमलनाथ ने विधायक दल की बैठक बुलाई है.
दरअसल, कांग्रेस विधायक सुनील सराफ सहित निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा, विक्रम सिंह राणा और केदार डाबर की तरफ से कमलनाथ को बीजेपी की ओर से प्रलोभन देने की जानकारी मिली है. कांग्रेस विधायक सराफ ने माना कि उन्हें बीजेपी की तरफ से इस तरह का आॅफर दिया गया है. इसके बाद एमपी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह होर्स ट्रेडिंग करने की कोशिश कर रही है. कमलनाथ ने कहा कि उपचुनाव में अपनी हार को देखते हुए बीजेपी ने सरकार में बने रहने के लिए सौदेबाजी की राजनीति फिर से शुरु कर दी है. उन्होंने कहा कि उनके पास कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों की तरफ से लगातार इस तरह की सूचनाएं मिल रही है कि बीजेपी के लोग संपर्क कर तरह तरह के प्रलोभन दे रहे हैं.
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मसले पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने बीजेपी को चेताया है. कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी यह समझ ले कि प्रदेश की जनता ने सौदेबाजी से बनी सरकार को अस्वीकार कर दिया है. 10 नवंबर को उपचुनाव के परिणाम इस बात को साबित कर देंगे कि जनता को सौदेबाजी से बनी सरकार मंजूर नहीं है. इधर, सौदेबाजी की खबरों के बीच कमलनाथ ने कांग्रेस विधायकों को भोपाल बुला लिया है. उपचुनावों के परिणाम के अगले दिन यानि 11 नवंबर को विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. बैठक शाम 6 बजे कमलनाथ के निवास होगी. इस संबंध में विधायकों को जानकारी दी गई है.
इधर, कमलनाथ ने ट्वीट कर कार्यकर्ताओं का सचेत रहने का आव्हान किया है. पूर्व सीएम ने कहा कि अभी यह लड़ाई ख़त्म नहीं हुई है. मतगणना तक हमें यूं ही मैदान में डटे रहना है, पार्टी की मज़बूती के लिये और जनमत के ग़द्दारों को सबक़ सिखाने के लिये सचेत रहना है. कमलनाथ ने बीजेपी पर अपने पक्ष में सकारात्मक परिणामों के लिए साजिश करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी तमाम हथकंडे और षड्यंत्र रच सकती है लेकिन अंत में जीत सच्चाई की ही होगी. कमलनाथ ने हर हाल में एमपी में कांग्रेस का परचम लहराने का दावा किया है.
दिग्गी राजा और पटवारी ने उठाए सवाल
एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने बीजेपी और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला करते हुए कई इलाकों में चुनावों पर सवाल उठाया है. दिग्गी राजा ने सुमावली और दिमनी में हुई वोटिंग और कथित तौर पर उत्पात मचाने वाले लोगों का पुलिस द्वारा सहयोग करने की बात कही. मुरैना में हिंसा के लिए उन्होंने जिला पुलिस और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. वहीं पूर्व मंत्री और कांग्रेसी विधायक जीतू पटवारी ने सुमावली और मेहगांव में फिर से मतदान कराने की मांग रखी. उन्होंने उपचुनाव में जीत का दावा करते हुए कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के 15 महीने के काम को हमने जिस प्रकार से जनता के सामने रखा, उससे हम जीत की ओर अग्रसर है.
बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर हमला करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि जनता बिके हुए लोगों को वोट नहीं देगी. पटवारी ने कहा कि एमपी में पहली बार जनता की चुनी हुई सरकार को गिराने को महापाप बीजेपी, सिंधिया और शिवराज ने किया है. इस बार जनता लोकतंत्र की हत्या करने वालों को सजा देने जा रही है.