थानों में पूजा स्थलों के निर्माण पर रोक, भड़के किरोड़ी मीणा- कांग्रेस का हिंदू विरोधी चेहरा आया सामने

राजस्थान पुलिस के फरमान पर सियासी बवाल तय! पुलिस थानों में धार्मिक स्थलों के निर्माण पर रोक के आदेश पर सियासत होना है तय, किरोड़ी मीणा ने बताया तुगलकी फरमान, बोले- 'सीएम गहलोत तो हैं गांधीवादी नेता तो फिर मंदिरों से तकलीफ क्यों', उपचुनाव में भाजपा बनाएगी बड़ा मुद्दा!

हिंदू विरोधी फरमान पर लगे तुरंत रोक- 'बाबा'
हिंदू विरोधी फरमान पर लगे तुरंत रोक- 'बाबा'

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान पुलिस के एक आदेश पर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भड़क गए हैं. दरअसल राजस्थान में अब पुलिस थानों व ऑफिस में धार्मिक या पूजा स्थल का निर्माण नहीं किया जा सकेगा. इस संबंध में पुलिस मुख्यालय ने सोमवार को सभी एडीजी, आईजी, एसपी व पुलिस कमिश्नर के नाम से एक पत्र लिखा है. पुलिस आवासन विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) ए. पोन्नूचामी ने यह आदेश जारी किया है. राजस्थान पुलिस के इस आदेश पर किरोड़ी लाल मीणा ने कड़ी आपत्ती जताते हुए इसे तुगलकी फरमान बताया है, किरोड़ी ने कहा है कि, इस आदेश से कांग्रेस का हिंदू विरोधी चेहरा उजागर हो चुका है’. किरोड़ी लाल मीणा की अगुवाई के बाद जल्द ही अब इस मुद्दे पर बयानबाजी तेज होना तय है. अभी भाजपा विधानसभा उपचुनाव में भी इस मुद्दे को हाथो-हाथ ले सकती है.

थानों में मंदिरों को निर्माण कानून के दायरे में नहीं- आदेश
प्रदेश के सभी थानों में धार्मिक स्थल का निर्माण करवाया जा रहा है. अधिकांश निर्माण जन सहभागिता या फिर गांव के भामाशाह के सहयोग से बनाए जाते हैं. ऐसे में इसका हवाला देते हुए कहा कि, ‘पिछले कई सालों में पुलिस विभाग के विभिन्न प्रकार के कार्यालय परिसरों और पुलिस थानों में आस्था के नाम पर जन सहभागिता से पूजा स्थलों के निर्माण करवाने में बढ़ोतरी हुई है, जो कि कानून के दायरे में नहीं है’. आदेश में कहा गया है कि ‘राजस्थान धार्मिक भवन एवं स्थल अधिनियम 1954′ भी सार्वजनिक स्थानों के धार्मिक उपयोग को निषिद्ध करता है’.

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‘पुलिस थानों और ऑफिसों में नहीं करवाए पूजा स्थलों का निर्माण’
इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में पुलिस थानों के प्रशासनिक भवनों के निर्माण के लिए बनाए गए नक्शों में भी पूजा स्थल के निर्माण करने के लिए कोई प्रावधान नहीं है. इन्हीं नियमों की पालना करवाने के लिए निर्देश देते हुए एडीजी ए. पोन्नूचामी ने एडीजी, रेंज आई, डीआईजी, एसपी व पुलिस कमिश्नर से कहा है पुलिस महकमा में सभी पुलिसकर्मियों के जरिए ‘राजस्थान धार्मिक भवन एवं स्थल अधिनियम 1954’ के नियमों की पालना करवाई जाए यानी पुलिस थानों व ऑफिस परिसरों में पूजा स्थलों का निर्माण नहीं करवाया जाए.

तुगलकी फरमान, हिंदू विरोधी चेहरा उजागर- किरोड़ी
राजस्थान पुलिस के इस बयान पर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कड़ी आपत्ति जताई है. किरोड़ी मीणा ने कहा है कि, ‘प्रदेश के थानों-पुलिस कार्यालयों में मंदिरों के निर्माण पर रोक तुगलकी फरमान है. प्रदेश में बेपटरी हो चुकी कानून व्यवस्था को संभालने की बजाय राजस्थान पुलिस इस प्रकार के बेमतलब के आदेश निकालने में अपनी ऊर्जा और समय नष्ट कर रही है. हिंदू विरोधी फरमान को सरकार बिना किसी देरी के वापिस लें. राजस्थान पुलिस के इस निर्णय से कांग्रेस का हिंदू विरोधी चेहरा उजागर हो गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी आप तो स्वयं को गांधीवादी कहते हो, गांधी जी तो अपने हर कार्यक्रम की शुरूआत रघुपति राघव राजाराम के जप से करते थे. आपको मंदिरों से तकलीफ क्यों है?’

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उपचुनाव में भाजपा बना सकती है बड़ा मुद्दा
राजस्थान पुलिस के इस आदेश को लेकर सोशल मीडिया पर भी मिक्स रिएक्शन आ रहे हैं. किरोड़ी लाल मीणा ने इस तुगलकी फरमान बताया है. टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं. विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का दौर जारी है. सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि क्या बैठे बैठाए सत्ताधारी कांग्रेस ने भाजपा को एक बड़ा मुद्दा तो नहीं दे दिया?. क्योंकि भाजपा इस मुद्दे को हाथ से निकलने देने वाली नहीं है और किरोड़ी मीणा के बयान के बाद तो ऐसा बिल्कुल नहीं लगता है.

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