राजस्थान के अशोक गहलोत आज दिल्ली में हैं. वह आज कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात से पहले अशोक गहलोत ने लोकसभा चुनाव में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि हम अपनी एकजुटता दिखाने के लिए राहुल गांधी के निवास पर जा रहे हैं. बता दें, लोकसभा चुनाव में हार के बाद यह मुख्यमंत्रियों के संयुक्त बैठक होगी.
अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल से उन्होंने एक के बाद एक 4 ट्वीट करते हुए अपनी बात कही. उन्होंने लिखा, ‘कांग्रेस शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों की बैठक माननीय कांग्रेस अध्यक्ष से होगी. हम सभी माननीय कांग्रेस अध्यक्ष के साथ हैं और हम 2019 की बहस की जिम्मेदारी लेते हैं.’
अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने राहुल गांधी को अध्यक्ष पद संभालने का अनुग्रह करते हुए लिखा, ‘हमारा दृढ़ विश्वास है कि वर्तमान परिदृश्य में केवल वह ही पार्टी का नेतृत्व कर सकते हैं. हमारे देश और देशवासियों की भलाई के प्रति उनकी प्रतिबद्धता समझौतावादी और बेजोड़ है.’
उन्होंने आगे लिखा, ‘2019 का चुनाव कांग्रेस की कार्यक्रम, नीति और विचारधारा की हार नहीं थी. हालांकि यह देखना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था कि घटती अर्थव्यवस्था सहित विभिन्न मोर्चों पर मोदी सरकार की विफलता के बावजूद, बीजेपी ने अपने कट्टर राष्ट्रवाद के पीछे अपनी भारी असफलताओं को छिपाने के लिए भारी संसाधनों की मदद की. लेकिन तमाम बाधाओं के बावजूद, विपक्ष के बीच यह कोई रहस्य नहीं है. केवल कांग्रेस ने इसे चुनावी मुद्दा बनाने की पूरी कोशिश की.’
बता दें, पंजाब को छोड़कर शेष सभी कांग्रेस शासित प्रदेशों में पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. पंजाब में कांग्रेस ने कुल 13 सीटों में से आठ पर जीत दर्ज की थी. जबकि राजस्थान में पार्टी का 2014 की तरह खाता तक नहीं खुल पाया है. राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में सत्ता मे आने के बावजूद लोकसभा में प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा.
राहुल गांधी के साथ इस बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी.नारायणसामी मौजूद रहेंगे.