अशोक गहलोत ही रहेंगे मुख्यमंत्री, पायलट कभी सीएम नहीं बन सकते- महादेव सिंह खंडेला का बड़ा बयान

मैंने सदैव से कांग्रेस को मां कहा और उसके साथ हूं, मेरा अशोक जी गहलोत में विश्वास है और मैं कहता हूं अशोक गहलोत ही राजस्थान की कांग्रेस है और वो ही मुख्यमंत्री रहेंगे- महादेव सिंह खंडेला

महादेव सिंह खंडेला
महादेव सिंह खंडेला

Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की सियासी खींचतान के बीच गहलोत समर्थक माने जाने वाले खंडेला से निर्दलीय विधायक महादेव सिंह खंडेला ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, मैंने सदैव से कांग्रेस को मां कहा और उसके साथ हूं, मेरा अशोक जी गहलोत में विश्वास है और मैं कहता हूं अशोक गहलोत ही राजस्थान की कांग्रेस है और वो ही मुख्यमंत्री रहेंगे, मुझे आलाकमान पर पूरा विश्वास है.

सीकर सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए विधायक महादेव सिंह खंडेला ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में अटूट विश्वास की बात कही है. कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव जीतकर कांग्रेस के समर्थन में आए विधायक खंडेला ने कहा कि वे जन्मजाती कांग्रेसी है और राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही कांग्रेस है. जो गांधी परिवार के सबसे विश्वसनीय व्यक्ति है. खंडेला ने कहा कि इंदिरा गांधी व राजीव गांधी के काल में मंत्री रहे अशोक गहलोत सोनिया गांधी व राहुल गांधी से भी दिल से जुड़े हैं और जनता भी उन्हें ही चाहती है.

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आलाकमान द्वारा सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने पर भी मुख्यमंत्री गहलोत के समर्थन में रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये संभव ही नहीं है. आलाकमान पायलट को कभी मुख्यमंत्री नहीं बना सकता. अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री पद पर रहेंगे.

महादेव सिंह खंडेला ने कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से प्राप्त प्रमाण पत्र भी दिखाया. जो आपातकाल के बाद 1979 में इंदिरा गांधी के कारावास के विरोध में जेल जाने पर उन्हें प्राप्त हुआ था. महादेव सिंह ने कहा कि उनके पिता व दादा भी प्रजामंडल के समय से कांग्रेस के साथ रहे. उनकी भी शिक्षा व संस्कार कांग्रेसी माहौल में होने से उन्होंने कांग्रेस को ही हमेशा अपनी मां माना. महादेव सिंह ने कहा कि कांग्रेस की बदौलत ही वे छह बार विधायक व एक बार केंद्रीय मंत्री बने.

1993 के मध्यावधि चुनावों का जिक्र करते हुए विधायक महादेव सिंह खंडेला ने कहा कि 22 निर्दलियों में से उस समय भी 17 निर्दलीय विधायक भाजपा के समर्थन में आकर भैरोंसिंह सरकार में मंत्री बने लेकिन उन्होंने लोभ से दूर कांग्रेस का ही दामन थामा था.

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