Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान की गहलोत सरकार ने शुक्रवार के प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए पिछले 21 महीनों का रिपोर्ट कार्ड पेश किया. 64 पृष्ठों की तैयार रिपोर्ट कार्ड पुस्तिका में 17 दिसम्बर, 2018 से 2 अक्टूबर, 2020 तक जनघोषणा पत्र पर की गई क्रियान्विति के बारे में बताया गया है. इसमें विभिन्न विभागों में की गई क्रियान्विति के बारे में उल्लेख किया गया है. रिपोर्ट पर प्रदेश प्रभारी अजय माकन (Ajay Makan) ने कहा कि बीते 21 महीने में सरकार ने 50 प्रतिशत से ज्यादा काम पूरे किए, इतनी जल्दी काम होते हुए कहीं नहीं देखा. सरकार ने अपना काम अच्छे से किया है जबकि कई काम ऐसे हैं कि जो हमारे मेनिफेस्टो में नहीं थे.
अजय माकन ने कहा कि फीडबैक के दौरान सामने आया कि सभी मंत्रियों के कामकाज का 50 फीसदी काम हो चुका है. सरकार ने कांग्रेस के घोषणापत्र को नीति दस्तावेज बनाते हुए काम किया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खराब स्वास्थ्य के चलते मीटिंग में मौजूद नहीं थे. नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल, चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा एवं शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने इस रिपोर्ट कार्ड को पेश किया. कार्यक्रम में कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास एवं चिकित्सा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग भी मौजूद रहे. इस दौरान माकन ने सभी मंत्रियों को अपने क्षेत्र के जिले के अधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ अनिवार्य रूप से बैठक करने की सलाह दी ताकि किसी को कोई शिकायत न हो, अगर हो तो उनका समाधान हो सके.
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सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए मंत्री शांति धारीवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने से पहले जनता के साथ जन घोषणा पत्र के माध्यम से 501 वायदे किये थे. पिछले 21 महीनों में कांग्रेस सरकार ने इनमें से 252 वायदों को पूरा किया जबकि 173 जन घोषणाएं प्रगतिशील हैं. धारीवाल ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के चलते विकास योजनाओं में कुछ बाधाएं जरुर आई लेकिन सरकार सभी वायदों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. मंत्री धारीवाल ने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में कभी अंतर नहीं रहा है.
इस अवसर प्रदेश कांग्रेस के मुखिया एवं शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने रिपोर्ट कार्ड पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि किसानों के लिए जनघोषणा पत्र में किये वायदों से बढ़ चढकर काम किया गया हैं जिनमें किसानों को कर्जमाफी, ऋण वितरण, पूरा समर्थन मूल्य मिलने के साथ ही 550 ग्राम सेवा सहकारी समितियों को गौंण मंडी घोषित करना भी शामिल रहा है. इस दौरान 20.50 लाख किसानों को 7692 करोड़ रुपए का अल्पकालीन ऋण दिया गया। इसके साथ ही 20 प्रतिशत राशि जमा कराकर किसानों के वीसीआर मामले का निपटारा करने एवं 50 प्रतिशत एक मुश्त देने पर मामले का निपटारा करने जैसे कई अहम फैसले भी गहलोत सरकार द्वारा लिए गए.
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वीसी के अंत में प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कोरोना काल में गहलोत सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि हर आंकड़ों के हिसाब से सबसे बेहतरीन प्रदर्शन राजस्थान का निकलकर आ रहा है. फिर चाहे वो संक्रमितों की संख्या की बात हो या मृत्यु दर की. माकन ने कहा कि अशोक गहलोत के शासन में सरकार ने हमेशा अच्छा काम किया है, फिर चाहे वो अकाल का वक्त ही क्यों न हो. हम हमेशा उसकी चर्चा करते हैं.