Gajendra singh shekhawat on ashok gehlot: राजस्थान की प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा इन दिनों गहलोत सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने के लिए प्रदेशभर में जन आक्रोश महाघेराव का आयोजन कर रही है. इसी के तहत बीते दिन सरहदी जिले बाड़मेर में जन आक्रोश महाघेराव का आयोजन हुआ. भाजपा की इस जन आक्रोश महासभा को संबोधित करते हुए केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने गहलोत सरकार पर जमकर प्रहार किए. मंत्री शेखावत ने कहा कि राजस्थान में भय और अराजकता का शासन हो गया है. अपराधी बेलगाम होकर पुलिस अधिकारियों को ही धमकाने लगे हैं. गहलोत सरकार पूरी तरह भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. अब तो सरकारी दफ्तरों की आलमारियों से सोने के बिस्कुट निकलने लगे हैं.
केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जन आक्रोश महाघेराव सभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक तरफ केन्द्र में मोदी सरकार है, जो कहा वो तो कर दिखाया ही, जो नहीं कहा वो भी कर दिखाया. दूसरी तरफ राजस्थान में कांग्रेस सरकार है, जिसने भय, भूख और अराजकता का माहौल तैयार किया है. आज हालात इस कदर बिगड़ गए कि बजरी माफिया पुलिस के अधिकारियों को भी धमकाने लगे हैं. राजस्थान में पुलिस का इकबाल समाप्त हो गया है. प्रशासन का भय समाप्त हो गया है. यह अराजक प्रदेश बन गया है. राजस्थान देश की रेप केपिटल हो गई है. प्रदेश की छवि खराब हो गई है.
स्वच्छंद हो गए सरकार के प्रतिनिधि
मंत्री शेखावत ने कहा कि कांग्रेस में नेताओं की आपसी लड़ाई के चलते भ्रष्टाचार बढ़ गया है. अब तक तो प्रदेश में अफसरों और कर्मचारियों के घरों से ही पैसे बरामद होते थे. अब तो सरकारी दफ्तर की आलमारियों से पैसे और सोने के बिस्कुट निकल रहे हैं. इसकी जांच होनी चाहिए. इसका जवाब राजस्थान की जनता अशोक गहलोत सरकार से मांगती है. यह अराजकता का शासन है. मंत्री शेखावत ने आरोप लगाया कि इनकी सरकार जब से होटलों में बंद रही, तब से स्वच्छंदता का वातावरण बन गया है. इनके प्रतिनिधि स्वच्छंद हो गए है. प्रदेश में भ्रष्टाचार बढ़ गया है.
युवाओं के साथ किया धोखा
मंत्री शेखावत ने कहा कि गहलोत सरकार ने राजस्थान के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है. बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया, वह नहीं दिया है. प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर 18 बार लीक हुए है. मुख्यमंत्री गहलोत कहते थे, न कोई अधिकारी इसमें शामिल है और न ही कोई नेता है. अब अधिकारी तो आ ही गए और जांच हुई तो कांग्रेस के कई सफेदपोश नेता भी चपेट में आ जाएंगे. इन सब को सजा दिलाने की जिम्मेदारी भाजपा कार्यकर्ता की है. कार्यकर्ताओं को जनता के बीच इस सरकार की जनविरोधी नीतियों का प्रचार करना होगा.
राहत नहीं आहत शिविर
मंत्री शेखावत ने कहा कि महंगाई राहत शिविर के नाम पर लोगों को लाइन में खड़ा कर आहत किया जा रहा है. इनकी राहत देने की नीयत नहीं है, अन्यथा जब एक अप्रैल को बजट पास हुआ था, उसी दिन कंम्प्यूटर में बटन जारी कर ये बदलाव कर सकते थे. बिजली और गैस के नाम पर सरकार पिछले दरवाजे से टैक्स ले रही है और जनता को फ्री के नाम पर गुमराह कर रही है. मंत्री शेखावत ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे इन राहत शिविरों की हकीकत जनता तक पहुंचाएं.