पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे को लेकर मोदी सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए केंद्र पर निशाना साधा है. मुख्यमंत्री गहलोत ने साबरमती आश्रम की विज़िटर बुक में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लिखी प्रतिक्रिया में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम का ज़िक्र नहीं किये जाने पर गहरी नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि इससे देश की प्रतिष्ठा को ठेस लगी है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में हुई हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिस प्रकार दिल्ली चुनाव में ध्रुवीकरण का कैंपेन चलाया गया, यह हिंसा उसी का परिणाम है.
चुनाव के दौरान चलाए ध्रुवीकरण कैंपेन का नतीजा है दिल्ली की हिंसा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार सुबह राजधानी के एसएमएस मेडिकल कॉलेज में निरोगी राजस्थान के एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे. कार्यक्रम के बेस्ड मीडिया से मुखातिब होते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने दिल्ली में हुई हिंसा और उपद्रव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, “किसी भी देश की इकोनॉमी वहां के सामाजिक सौहार्द्र पर निर्भर करती है. जिस प्रकार दिल्ली चुनाव में ध्रुवीकरण का कैंपेन चलाया गया, उसका परिणाम है कि उस वक्त तो कामयाब नहीं हो पाए उन लोगों को जनता ने सबक सिखा दिया, पर जो कैंपेन चला जिस रूप में, जिस ढंग से ध्रुवीकरण का चला वो पूरी दुनिया देख रही है.”
किसी भी देश की इकोनॉमी वहां सामाजिक सौहार्द्र कैसा रहे उस पर निर्भर करती है।
जिस प्रकार दिल्ली चुनाव में ध्रुवीकरण करने का कैंपेन चलाया गया, वो लोग उस वक्त तो कामयाब नहीं हो पाए और जनता ने सबक सिखा दिया पर जिस रूप में कैंपेन चला, ध्रुवीकरण किया गया आज उसका परिणाम सब देख रहे हैं। pic.twitter.com/iA6D1mgDfz— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 26, 2020
ऐसा पहली बार हुआ है –
मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि, “ऐसा मैंने मेरी जिंदगी में पहली बार देखा है कि यूएस प्रेसीडेंट यहां आए हुए हों, कोई राष्ट्राध्यक्ष या प्रधानमंत्री बाहर के मुल्क का आए और जिस मुल्क में जा रहा है वहां आग लगी हुई हो, राज्यों के अंदर भी, जिलों के अंदर भी और राजधानी के अंदर भी. फायरिंग हो रही हो, लोग मर रहे हों, आज तक का इतिहास गवाह है, कि जब भी किसी राष्ट्रपति, राष्ट्राध्यक्ष या प्रधानमंत्री का प्रोग्राम बना और अगर वहां यदि कुछ ऐसी घटनाएं हो गई तो वो प्रोग्राम कैंसिल हो जाते हैं.”
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, “ये पहली बार मैं देख रहा हूं कि जो सुपर पॉवर है दुनिया की अमेरिका के राष्ट्रपति आ रहे हैं, उसके दरमियान उनको मालूम था कि वहां क्या हो रहा है, धरने चल रहे हैं पूरे मुल्क के अंदर, आग लगी हुई है, यूपी में 15 लोग पहले ही मर गए थे और सब जगह धरने चल रहे थे राजधानी के अंदर, तब भी उनका प्रोग्राम पक्का रहा, कैंसिल नहीं हुआ. राष्ट्रपति ट्रंप के आने के बाद भी जिस प्रकार से कैंपेन चले, आगजनी हुई दिल्ली में और राज्यों में भी धरने चल रहे हैं तो क्या राष्ट्रपति की जो सिक्योरिटी है उनको मालूम नहीं होता है. पल-पल की खबर लगती है उस राष्ट्राध्यक्ष के तमाम लोगों को कि क्या हो रहा है मुल्क के अंदर, तब भी वो आए. उनकी यात्रा के दरमियान सब हुआ और कोई रिएक्शन नहीं है.”
हम अपील करना चाहेंगे…चाहे कोई पक्ष-विपक्ष हो, चाहे किसी धर्म के लोग हों, जाति के लोग हों, हिंसा का स्थान नहीं होना चाहिए, जीवन में हिंसा का स्थान कभी नहीं होना चाहिए और #MahatmaGandhi ने हमें यही सिखाया है। pic.twitter.com/yNZ9kYmoqd
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 26, 2020
ऐसी स्थिति में देश चल रहा है जो बहुत ही चिंताजनक है
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, “अभी तक तो प्रधानमंत्रीजी, गृहमंत्री जी कोई बोल ही नहीं रहे हैं, ये बहुत दुर्भाग्य की बात है कि इतनी बड़ी घटनाएं हो गईं, 10-15 लोग मर गए दिल्ली के अंदर, हो क्या रहा है देश में, किसी को नहीं मालूम है. ऐसी स्थिति में देश चल रहा है जो बहुत ही चिंताजनक स्थिति है. हम तो अपील करना चाहेंगे चाहे कोई पक्ष-विपक्ष हो, चाहे कोई धर्म के लोग हों, जाति के लोग हों, हिंसा का कोई स्थान नहीं होना चाहिए.”
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विजिटर बुक में महात्मा गांधी का नाम तक नहीं लिखा ट्रंप ने
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकारों से बातचीत में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सोमवार को साबरमती आश्रम दौरे पर कहा कि, “मुझे इस बात का अफसोस है कि मिस्टर ट्रंप साबरमती आश्रम में गए, पुस्तिका में कमेंट लिखे और महात्मा गांधी का नाम तक नहीं लिखा. जो व्यक्ति महात्मा गांधी को मानता ही नहीं है, जिस व्यक्ति की विचारधारा महात्मा गांधी से मिलती ही नहीं है, उनको आप साबरमती आश्रम ले गए और जो कमेंट लिखे जाते हैं वहां महात्मा गांधी का नाम तक नहीं लिखा, वहां नरेंद्र मोदी जी का नाम लिखा, वो मुझे यहां लेकर आए हैं, ये मैं समझता हूं कि देश की प्रतिष्ठा को ठेस लगी है इस बात को लेकर के ये मेरा मानना है.”
मुझे इस बात का अफसोस है कि मिस्टर ट्रंप जब साबरमती आश्रम में गए, पुस्तिका में कमेंट लिखे लेकिन #MahatmaGandhi का नाम तक नहीं लिखा। जो व्यक्ति महात्मा गांधी को मानते ही नहीं है, जिनकी विचारधारा महात्मा गांधी से मिलती ही नहीं है, उनको आप साबरमती आश्रम ले गए…. pic.twitter.com/52vaXDk4wi
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 26, 2020
मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए कहा कि, “महात्मा गांधी का नाम जो ढोंगी बनकर ले रहे हैं, उनकी पार्टी के लोग क्या-क्या कर रहे हैं, उनका कोई विश्वास महात्मा गांधी के अंदर नहीं है, उनकी नीतियों के अंदर नहीं है, इस बात का भी मुझे अफ़सोस है.”
सोमवार को सपत्नी साबरमती आश्रम पहुंचे थे ट्रंप
बता दें, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सपरिवार दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे थे. राष्ट्रीय ट्रंप अहमदाबाद एयरपोर्ट से सबसे पहले सपत्नी साबरमती आश्रम पहुंचे थे और वहां से निकलते वक्त अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने वहां कि विजिटर बुक में अपना संदेश भी लिखा था. ट्रंप ने विजिटर बुक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए विजिटर बुक में लिखा, “मेरे शानदार दोस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए, इस बेजोड़ दौरे के लिए धन्यवाद.” लेकिन ट्रंप ने विजिटर बुक में महात्मा गांधी के बारे में कुछ नहीं लिखा. बता दें इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी ट्रंप के साथ मौजूद थे.