Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने सभी को चौंकाते हुए कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कांग्रेस से अपना 25 साल पुराना रिश्ता तोड़ दिया. इसके बाद चव्हाण कांग्रेस की सहयोगी पार्टियों के निशाने पर आ गए हैं. इस बीच शिवसेना (यूटीबी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि चव्हाण का कांग्रेस को छोड़ना एक बेटे का अपनी मां को छोड़ने जैसा है. चव्हाण के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच राउत ने कहा कि आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाले में बीजेपी ने अशोक चव्हाण को दोषी ठहराने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. शिवसेना नेता ने आगे कहा कि अगर 1975 से 1977 के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे कद्दावर नेता शंकरराव चव्हाण का बेटा कांग्रेस छोड़ता है तो यह एक बेटे का अपनी मां को छोड़ने जैसा है.
चव्हाण ने सोमवार को पार्टी छोड़ने का ऐलान किया था. अशोक चव्हाण ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को इस्तीफा सौंपा. चव्हाण के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र के एक अन्य कांग्रेस नेता अमरनाथ राजुरकर ने भी इस्तीफा दे दिया. चव्हाण 13 बड़े नेताओं के साथ भाजपा जॉइन कर सकते हैं. चव्हाण नांदेड़ से लोकसभा सांसद रह चुके हैं. पिछले चुनाव में उन्हें बीजेपी उम्मीदवार के हाथों हार का सामना करना पड़ा था.
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अशोक चव्हाण के पार्टी छोड़ने पर कांग्रेस विधायक पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि यह दुखद निर्णय है. चर्चा काफी समय से हो रही थी. हमने नहीं सोचा था कि वह यह फैसला लेंगे. उन्हें दो बार सीएम बनाया गया. क्या गलत हुआ, वह किससे परेशान थे, इस बारे में वही बताएंगे. कांग्रेस विधायक दल के सभी सदस्य एक साथ हैं. बीजेपी नेता अफवाह फैला रहे हैं कि कुछ लोग उनके संपर्क में हैं.
वहीं कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश- ये एक विशेष वॉशिंग मशीन का असर है. कुछ लोगों को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि उनके जाने से कांग्रेस टूट जाएगी. जो जाते हैं, उनको कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया है, उनकी योग्यता से ऊपर दिया है. हजारों युवा दरवाजे पर खटखटा रहे हैं और इन नेताओं के कारण उन्हें मौका नहीं मिल पाया. इसी बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि आगे आगे देखो होता है क्या. MVA के कई नेता हमारे संपर्क में हैं. मुझे विश्वास है कि वो भी बीजेपी जॉइन करेंगे.
गौरतलब है कि अशोक चव्हाण से पहले कांग्रेस के मिलिंद देवड़ा और पूर्व राज्यमंत्री बाबा सिद्दीकी ने भी इस्तीफा दिया था. तीनों कांग्रेस के बड़े नेता रहे हैं. एक महीने में महाराष्ट्र कांग्रेस के 3 बड़े नेताओं का इस्तीफा देना राष्ट्रीय सियासत में बड़े तुफान का अंदेशा दे रहा है.