Politalks.News/UttarPradeshAssemblyElection. उत्तरप्रदेश विधानसभा (UttarPradesh Assembly Election 2022) चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही सभी राजनीतिक दलों में दल-बदल की राजनीति अब चरम पर पहुंच चुकी है. इसी कड़ी में कांग्रेस (Congress) को बड़ा झटका देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह (RPN Sing) ने इस्तीफा दे दिया और बीजेपी का दामन थाम लिया. सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी आरपीएन सिंह को हाल ही में बीजेपी से सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के सामने पडरौना विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है. वहीं RPN सिंह अब कांग्रेस नेताओं के निशाने पर आ चुके हैं. इसी कड़ी में उत्तरप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (Ajay Kumar Lallu) RPN सिंह पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि, ‘कांग्रेस ने पिछड़ी जाति के एक सामान्य व्यक्ति को प्रदेश अध्यक्ष बनाया इसलिए आरपीएन सिंह ने इस्तीफा दे दिया है.’
एक सामान्य व्यक्ति को पार्टी ने अध्यक्ष बनाया इसलिए RPN ने छोड़ी कांग्रेस- लल्लू
बीजेपी में शामिल होने के बाद RPN सिंह ने कांग्रेस को लेकर कहा था कि, ’32 सालों तक मैं एक पार्टी में ईमानदारी से रहा, लगन से मेहनत की, लेकिन जिस पार्टी में इतने साल रहा, अब वो पार्टी पहले जैसी पार्टी नहीं बची है.’ RPN सिंह के इस बयान के सामने आने के बाद अब कांग्रेस नेता एक के बाद एक कर के उन पर निशाना साध रहे हैं. उत्तरप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने RPN सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘कांग्रेस ने मुझ जैसे पिछड़ी जाति के एक सामान्य व्यक्ति को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया इसलिए आरपीएन सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. वे आज खुद को पिछड़ों का नेता बता रहे हैं जबकि ऐसा है नहीं.’
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‘आरपीएन सिंह कांग्रेस के किसी कार्यकर्ता के सुख दुख के साथी नहीं रहे’
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि, ‘UPA सरकार के समय कांग्रेस के एक कार्यकर्ता को तमकुहीराज में पुलिस ने जमकर पीटा था जब आरपीएन सिंह गृह राज्य मंत्री थे. उस समय मैं कार्यकर्त्ता को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन पर बैठ गया. उस समय भी आरपीएन सिंह मेरे आंदोलन को खत्म करने के लिए दबाव डाल रहे थे.’ लल्लू ने आगे कहा कि, ‘आज कांग्रेस ने उन्हें नेता बनाया लेकिन आज वो उसे भूल गए और दूसरे दल में जाकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने लगे हैं. मैं जब जेल गया तो मुझसे कभी आरपीएन सिंह जेल में मिलने नहीं आये. आरपीएन सिंह कांग्रेस के किसी कार्यकर्ता के सुख दुख के साथी नहीं रहे.’
‘कांग्रेस में ऐशो आराम करने वालों की नहीं हैं ज़रूरत’
मीडिया से बात करते हुए अजय कुमार लल्लू ने कहा कि, ‘पार्टी ने RPN को प्रदेश अध्यक्ष बनने का मौका दिया लेकिन वो नहीं बने. आज आरपीएन सिंह को पिछड़ा वर्ग याद आ रहा है लेकिन वो खुद को क्षत्रिय लिखते हैं ऐसे में वो पिछड़ों के नेता कभी नहीं हो सकते.’ RPN सिंह के साथ साथ जितिन प्रसाद पर निशाना साधते हुए लल्लू ने कहा कि, ‘आरपीएन और जितिन प्रसाद जैसे राजा महाराजा पिछड़ों को आगे बढ़ते नहीं देख सकते. ये लोग सीबीआई और ईडी के डर से भाग गए हैं. लेकिन मैं इन लोगों से कहना चाहूंगा कि कांग्रेस में ऐशो आराम करने वालों की ज़रूरत नहीं है.’
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‘मैं राहुल गांधी का सिपाही हूं’
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि, ‘मैं अपनी तरफ से साफ़ कहना चाहता हूँ कि जिसको रहना है वो रहे जिसको जाना है वो जाए. 2 साल में जितनी बड़ी घटनाएं हुईं उनमें आरपीएन और जितिन कभी सड़क पर आंदोलन करने नहीं आये. जो इन्होंने किया है उसके लिए देश और प्रदेश की जनता इनको प्रदेश माफ़ नहीं करेगा. अब कांग्रेस नई कांग्रेस है जो पिछड़ों के लिए संघर्ष करने वाली पार्टी है. आरपीएन मेरे बारे में प्रचार कर रहे हैं कि मैं भी बीजेपी जाने वाला हूं, मैं राहुल गांधी का सिपाही हूं, एक सामान्य परिवार के आदमी को राहुल गांधी ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया है, मैं जब तक जिंदा हूं तब तक कांग्रेस में रहूंगा.’