आर्यन मान की जीवनी | Aryan maan Biography in Hindi

aryan maan biography in hindi
aryan maan biography in hindi

आर्यन मान की जीवनी (Aryan maan Biography in Hindi)

Aryan maan Latest News – देश में छात्र राजनीति का महत्व किसी से छिपा नहीं है. देश के ऐसे कई बड़े नेता रहे है जिन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी और धीरे धीरे वे अपने राजनीतिक करियर को आगे बढ़ाते हुए देश में बड़े कद वाले नेता बने. देश की राजधानी दिल्ली में स्थित दिल्ली विश्वविद्यालय भी छात्र राजनीति से अछूता नहीं है. 19 सितंबर, 2025 को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के चुनाव परिणाम घोषित हुए, जिसमें आरएसएस समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के उम्मीदवार आर्यन मान दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के चुनाव में शानदार जीत हासिल की. एबीवीपी अध्यक्ष पद की उम्मीदवार को 28,841 वोट मिले, जबकि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) की नेता जोसलीन नंदिता चौधरी को 12,645 वोट मिले. इसी जीत के बाद आर्यन मान डीयू के नए अध्यक्ष बनने को तैयार हैं. इस लेख में हम आपको दिल्ली विश्वविद्यालय के नए छात्र अध्यक्ष आर्यन मान की जीवनी (Aryan maan Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

आर्यन मान का जन्म और परिवार (Aryan maan Birth & Family)

आर्यन मान हरियाणा के बहादुरगढ़ के लोवा कलां गांव के रहने वाले है. उनका परिवार मूल रूप से व्यवसाय से संबंध रखता है. आर्यन के पिता का नाम सिकंदर मान है. वह हरियाणा के झज्जर के बेरी इलाके में स्थित एडीएस स्पिरिट प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री के कार्यकारी निदेशक हैं. इसके साथ ही वे लोवा कला के दो बार के सरपंच भी रह चुके है. जबकि मान के बड़े भाई का नाम विराट मान है जो, एडीएस ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हैं और रोकोब्रांड के निदेशक भी हैं. आर्यन के पिता के बड़े भाई दलबीर मान भी एक शराब कारोबारी है. वह कांग्रेस पार्टी के करीबी रहे है और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाते थे पर राज्य में भाजपा के आगे बढ़ते ही उन्होंने अपना पाला बदल लिया और कांग्रेस छोड़कर भाजपा की ओर मुड़ गए. आर्यन के दादा भी राजनीति में रहे है. उनके दादा स्व श्रीचंद मान लोवा सत्रह खाप के लम्बे समय से प्रधान रह चुके थे.

आर्यन मान की शिक्षा (Aryan maan Education)

आर्यन मान की आरम्भिक पढाई हरियाणा के बहादुरगढ़ के सेंट थॉमस स्कूल से हुई थी. इसके बाद उन्होंने दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में स्थित जीडी गोयनका स्कूल से 12वीं की. फिर आगे की पढाई उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के नार्थ कैम्पस के हंसराज कॉलेज से की जहाँ उन्होंने इसी वर्ष कॉमर्स से स्त्नातक (बी.कॉम) किया. जबकि इस समय वो दिल्ली विश्वविद्यालय से पुस्तकालय विज्ञानं में एमए कर रहे है.

आर्यन मान का शुरुआती जीवन (Aryan maan Early Life)

आर्यन मान का परिवार व्यवसायी घराने से है. इसके साथ ही उनका परिवार हरियाणा की राजनीति में भी गहरा प्रभाव भी रखता आया है. उनके परिवार के कई सदस्य राजनीति में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सक्रिय रहे है. इसी के साथ अगर बात आर्यन की करें तो वह एक मेहनती विद्यार्थी होने के साथ ही कैंपस की बहसों में भी रहे है. इससे उन्हें छात्रों के बीच पहचान मिली. दूसरी ओर दिल्ली का हंसराज कॉलेज, जहाँ से आर्यन ने बी.कॉम किया,  वह राजधानी का एक सम्मानीय कॉलेज माना जाता रहा है. हंसराज कॉलेज, शिक्षा में भी अग्रणी माना जाता है. इसके साथ ही यहां छात्रों को एक बड़े स्तर की राजनीति और व्यवसाय के लिए भी मंच मिल जाता है.

आर्यन मान एक अच्छे फुटवाल खिलाड़ी भी रहे है. एथिलिटक्स में अपनी अग्रणी भूमिका के कारण मान को छात्रों के बीच अपनी पहचान बनाने में बहुत सहायता मिली. उन्होंने फीस वृद्धि के साथ ही परिसर की आधारभूत ढांचे में सुधार के लिए भी आंदोलन किया था. इस तरह देखा जाएँ तो आर्यन की जीत के पीछे कई कारण माने जा सकते है. एक तो हंसराज जैसे कॉलेज और दूसरी प्रखर छवि, इन दोनों के कारणों के अलावे उनके परिवार का हरियाणा की राजनीति में दबदबा भी एक प्रमुख कारण माना जा सकता है. क्योकि जिसका पारिवारिक बैकग्राऊंड पिछड़ा होता है, कमजोर होता है, उनके लिए आज के समय में आगे बढ़ना लोहे के चने चबाने जैसा ही माना जाता है पर मान के मामले में ऐसा कुछ नहीं था. उनके लिए हर ओर से परिस्थिति पक्ष में थी.

आर्यन मान का छात्र नेता के तौर पर करियर (Aryan maan as a student leader Career)

दिल्ली विश्वविद्यालय में हुए छात्र संघ के चुनाव में ‘अखिल भारतीय विद्यार्थी’ (एबीवीपी) जो मूल रूप से राष्टीय स्वयंसेएक संघ (आरएसएस) की एक छात्र शाखा है और जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अत्यंत करीबी माना जाता है, का डीयू में दबदबा हो गया है. इस चुनाव में एबीवीपी और कांग्रेस समर्थित या कांग्रेस की छात्र इकाई कहे जाने वाले ‘भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ’ (एनएसयूआई) एवं ‘वामपंथी छात्र संघ’ (एसएफआई), ‘अखिल भारतीय छात्र संघ’ (आइसा) चुनाव मैदान में थे पर बावजूद इसके मुख्य मुकालबा एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच था. इस तरह त्रिकोणीय मुकाबला होते हुए भी जमीनी स्तर पर यह मुकाबला दो के बीच ही था जिसमे एबीवीपी ने छात्र संघ अध्यक्ष का चुनाव जीतकर बाजी अपने पक्ष में कर ली और एबीवीपी के आर्यन मान दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) 2025 में अध्यक्ष पद जीतकर डीयू में अपना दबदबा बना लिया.

इस लेख में हमने आपको दिल्ली विश्वविद्यालय के नए छात्र अध्यक्ष आर्यन मान की जीवनी (Aryan maan Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

Google search engine