Politalks.News/Rajasthan. आखिर थोड़ा लेट सही लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी गहलोत सरकार के खिलाफ ‘हल्ला बोल’ ही दिया, ऐसा सोचकर बीजेपी के कार्यकर्ता खुश होना चाहें तो हो सकते हैं. वसुंधरा राजे ने रविवार को एक के बाद एक तीन ट्वीट्स करते हुए गहलोत सरकार को बिगडती कानून व्यवस्था और बिजली के मुद्दे पर जमकर घेरा. इसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि मैडम ने बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां द्वारा शुक्रवार को चलाए गए ‘हल्ला बोल’ कार्यक्रम का समर्थन कर दिया है, तो ‘मन को बहलाने को ख्याल अच्छा है गालिब’.
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रविवार को प्रदेश की गहलोत सरकार पर जो निशाना साधा इसका प्रदेश भाजपा के ‘हल्ला बोल’ कार्यक्रम से कोई सम्बन्ध नहीं था. यह मैडम राजे का रूटीन ट्वीटर वार था, जो कि मैडम जब कभी भी प्रदेश की जनता किसी भी प्रकार की तकलीफ में होतीं हैं तो इस तरह का ट्वीट मैडम का जरूर आता है. मैडम राजे द्वारा रविवार को गहलोत सरकार के खिलाफ किए गए ट्वीट्स को देखें तो साफ पता चलता है कि ये ट्वीट्स ‘हल्ला बोल’ कार्यक्रम का हिस्सा नहीं हैं.
मैडम राजे ने रविवार को जो ट्वीट्स किए हैं उन्हें बीजेपी के ‘हल्ला बोल’ के साथ हैशटैग नहीं किया गया है और ना ही प्रदेश भाजपा द्वारा चलाए गए #गहलोत_सरकार_होश_में_आओ के साथ टैग किया गया है. और अगर मैडम को सतीश पूनियां के कार्यक्रम को सपोर्ट करना ही होता तो शुक्रवार और शनिवार दो दिन में किया जा सकता था. रविवार को मैडम ने अपने ट्वीट्स में प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए जोधपुर में प्रदर्शन के दौरान हुई किसान की मौत और एक बालिका से दुष्कर्म की दो अलग-अलग घटनाओं का ज़िक्र किया. जबकि विभिन्न घटनाओं का उदाहरण देते हुए प्रदेश भर में बिगडती कानून व्यवस्था पर चिंता भी जताई.
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कांग्रेस सरकार के माथे पर लग रहा कलंक
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने रविवार को किए अपने पहले ट्वीट में लिखा, ‘गंगापुरसिटी में पानी की मांग को लेकर एक वृद्ध का टंकी से कूदकर जान दे देना तथा जोधपुर में किसान आंदोलन के दौरान युवा किसान पुखराज डोगियाल का निधन हो जाना, दोनों ही घटनाएं कांग्रेस सरकार के माथे पर कलंक हैं, जिन्होंने राजस्थान को शर्मिंदा करने का काम किया है.’
गंगापुरसिटी में पानी की मांग को लेकर एक वृद्ध का टंकी से कूदकर जान दे देना तथा जोधपुर में किसान आंदोलन के दौरान युवा किसान पुखराज डोगियाल जी का निधन हो जाना। दोनों ही घटनाएं कांग्रेस सरकार के माथे पर कलंक है, जिन्होंने राजस्थान को शर्मिंदा करने का काम किया है।@BJP4Rajasthan
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) August 30, 2020
‘बच्चियों से दुष्कर्म कर रहीं शर्मसार’
अपने दूसरे ट्वीट में पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने लिखा कि, ‘एक हमारी भाजपा सरकार थी, जिसने बच्चियों से दुष्कर्म के आरोपियों को फांसी की सजा का कानून बनाया, दूसरी ओर ऐसी कांग्रेस सरकार है जिसके कुशासन में दौसा में दिव्यांग किशोरी, करौली में दो चचेरी बहनों व जोधपुर में बच्ची से दुष्कर्म जैसी घटनाएं रोज हमें शर्मसार कर रही हैं.’
एक हमारी @BJP4Rajasthan सरकार थी, जिसने बच्चियों से दुष्कर्म के आरोपियों को फांसी की सजा का कानून बनाया। दूसरी ओर ऐसी कांग्रेस सरकार है, जिसके कुशासन में दौसा में दिव्यांग किशोरी, करौली में दो चचेरी बहनों व जोधपुर में बच्ची से दुष्कर्म जैसी घटनाएं रोज हमें शर्मसार कर रही हैं।
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) August 30, 2020
‘उपभोक्ताओं-किसानों से हो रही अवैध वसूली’
वहीं अपने तीसरे और अंतिम ट्वीट में मैडम राजे ने बिजली के मुद्दे पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. मैडम ने लिखा कि, ‘हमारी भाजपा सरकार द्वारा प्रत्येक कृषि कनेक्शन पर 833 रु की सब्सिडी के रूप में छूट दी गई थी, जिसे भी कांग्रेस सरकार ने बंद कर दिया, वहीं अब पिछले 3 माह से बिजली की अघोषित कटौती व वीसीआर के नाम पर उपभोक्ताओं व किसानों से हजारों रुपये की अवैध वसूली की जा रही है.’
हमारी भाजपा सरकार द्वारा प्रत्येक कृषि कनेक्शन पर 833 रु की सब्सिडी के रूप में छूट दी गई थी, जिसे भी कांग्रेस सरकार ने बंद कर दिया। वहीं अब पिछले 3 माह से बिजली की अघोषित कटौती व VCR के नाम पर उपभोक्ताओं व किसानों से हजारों रुपये की अवैध वसूली की जा रही है।@BJP4Rajasthan
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) August 30, 2020
मैडम वसुंधरा राजे द्वारा किए गए ट्वीट्स में एक बात जो और गौर करने लायक है वो यह है कि मैडम राजे ने सीधे-सीधे मुद्दों की बात की है न कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर कोई डायरेक्ट निशाना नहीं साधा है.