संसद के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा की कार्यवाही में भाग लेकर धरनास्थल पर लौटे दिग्गज बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा फिर बोला गहलोत सरकार पर जोरदार हमला, पेपरलीक मामलों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठे किरोड़ी मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा- ‘खुद को गांधीवादी कहने वाले मुखिया जी को इस बात पर भी आपत्ति है कि मैं पेपर लीक मामलों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर छात्रों के साथ धरने पर क्यों बैठा हूं, पेपर लीक माफिया को बचाने की जिद में मुख्यमंत्री जी प्रदर्शन करने के लोकतांत्रिक अधिकार को भी छीन लेना चाहते हैं,’ सांसद मीणा ने आगे कहा- मैने बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारौली के खिलाफ दिए पुख्ता सबूत, लेकिन सरकार ने बर्खास्त कर छोड़ दिया जरौली को, एसओजी के अधिकारी मोहन पोसवाल के खिलाफ भी मैंने दिए सबूत, लेकिन नहीं की गई कोई कार्रवाई, इससे स्पष्ट है कि पेपरलीक माफिया से है सरकार की साठगांठ, मुख्यमंत्री कार्रवाई की बजाय बांट रहे हैं क्लीन चिट, मुख्यमंत्री जी पेपर लीक की तह तक जाने के लिए सीबीआई जांच ही है एकमात्र विकल्प, क्योंकि सरकार के मंत्री, विधायक और अधिकारी हैं इसमें लिप्त, जानबूझकर पकड़ा नहीं जा रहा इन्हें, क्योंकि ऐसा हुआ तो खुल जाएगी सरकार की पोल, इस रवैये से आक्रोशित युवा हिसाब चुकता करने के लिए बैठे हैं तैयार