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इन दिनों रमजान का पाक महीना चल रहा है और विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा रोजा इफ्तार पार्टियों का आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में ये पार्टियां सियासत में सुर्खियां न बने, भला ऐसे कैसे हो सकता है. हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा रोजा इफ्तार पार्टी आयोजित की गई थी. जिसे लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से विवादित बयान दे दिया. इस पर सियासत गरमा गई और आखिरकार गृह मंत्री अमित शाह ने गिरिराज को फटकार लगाई है.

केंद्रीय मंत्री व बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह द्वारा रोजा इफ्तार पार्टी की फोटोंज के जरिए नीतीश कुमार पर निशाना साधने को लेकर बवाल बढ़ गया है. खुद नीतीश कुमार ने पलटवार करते हुए कहा है कि कुछ लोगों को कैसे भी मीडिया बने रहने की रहती है. वहीं इस बयान को लेकर बीजेपी अध्यक्ष व गृह मंत्री अमित शाह भी सख्त दिखे. उन्होंने गिरिराज को फोन कर फटकार लगाई और ऐसे बयानों से बचने की नसीहत दी है.

बता दें कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर अलग-अलग रोजा इफ्तार पार्टियों की तस्वीरें शेयर की, जिसमें सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, एलजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी समेत कई नेता इफ्तार पार्टियों में शिरकत करते नजर आ रहे थे. इन तस्वीरों को शेयर करने के साथ लिखा था कि कितनी खूबसूरत तस्वीर होती जब इतनी ही चाहत से नवरात्रि पर फलाहार का आयोजन करते और सुंदर-सुंदर तस्वीरें आतीं? अपने कर्म-धर्म में हम पिछड़ क्यों जाते हैं और दिखावा में आगे रहते हैं?

गिरिराज के बयान पर जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री पर कार्रवाई की मांग की. साथ ही सिंह ने कहा कि गिरिराज सिंह ये किस तरह की भाषा का प्रयोग करते है. हम लोग विकास की बात करते हैं, ये लोग विनाश की बात करते हैं. हम लोग हिंदू नहीं हैं? पूजा नहीं करते हैं? हम लोग टीका भी लगाते हैं, टोपी भी पहनते हैं. इसके अलावा जदयू नेता केसी त्यागी ने भी गिरिराज को घेरा है और कहा है कि शायद वे पीएम नरेंद्र मोदी की संसद भवन में कही बात भूल चुके हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि सभी धर्मों को साथ लेकर चलना है.

इसके साथ ही त्यागी ने तंज कसते हुए आगे कहा कि खुद पीएम नरेंद्र मोदी आबूधाबी में दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद में वहां के शेख जायद और इमाम के साथ जा चुके हैं और इस दौरान उन्होंने बड़ी मोहब्ब्त के साथ पूरी मस्जिद का निरिक्षण भी किया था. जो उनके विश्वास जीतने की परंपरा का हिस्सा रही है. उन्होंने कहा कि खैर, अब चुनाव का वक्त नहीं है, लेकिन आप ऐसे बयान देकर चर्चा में रहने के लिए सुर्खियां जरूर बन रह सकते हैं.

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