Politalks.News/Bengal/Bihar. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इन दिनों ‘मिशन बंगाल’ के दो दिवसीय दौरे पर पश्चिम बंगाल में हैं. उनका ये दौरा विधानसभा चुनाव को लेकर है. वे यहां वर्तमान राजनीतिक हालातों और बीजेपी की स्थितियों का जायजा लेकर समीकरण बिठाने का काम कर रहे हैं. यहां अमित शाह ने सीएम ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला. बंगाल में अमित शाह को बिहार की याद आई और उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव पर तीखा निशाना साधा. अमित शाह ने महागठबंधन के संकल्प पत्र में 10 लाख नौकरियां देने के वादे को निशाना बनाते हुए कहा है कि तेजस्वी यादव को बिहार का बजट पता होता तो 10 लाख नौकरियों का वादा नहीं करते.
अमित शाह ने कहा कि हम तेजस्वी के 10 लाख नौकरी देने के वादे से परेशान नहीं हैं लेेकिन 10 लाख नौकरियां देना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि लगता है कि उन्होंने पूरी तरह से स्टडी नहीं की है. वह बिहार बजट को पूरी तरह से नहीं जानते हैं. आगे अमित शाह ने कहा कि आज भी बिहार की जनता लालू जी के समय का जंगलराज नहीं भूली है, न फिरौती करने वाले गैंग भूली है. ये सारी चीजें बिहार की जनता को याद हैं. मुझे पूरा भरोसा मेरे पास जमीनी फीडबैक है. मेरी कार्यकर्ताओं से बात होती है. हम पूर्ण बहुमत से जीतने जा रहे हैं.
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केंद्रीय मंत्री ने बिहार में 200 विधानसभा सीटें जीतने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए आराम से दो तिहाई बहुमत पा लेगा. बता दें, बिहार में तीसरे चरण के लिए सात नवंबर को वोटिंग की जाएगी. 10 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे.
बंगाल में गरजे शाह, बोले- सरकार की मृत्यु की घंटी बज चुकी है, ममता ने किया पलटवार
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कोलकता में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जोरदार हमला किया. अमित शाह ने टीएमसी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ममता दीदी ने केंद्र की 80 से ज्यादा योजनाएं रोक रखी हैं. बिरसा मुंडा की प्रतिमा को नमन करके बंगाल दौरे की शुरुआत करते हुए अमित शाह ने कहा कि बंगाल में ममता के खिलाफ जनआक्रोश दिख रहा है. जनता तक केंद्र की मदद नहीं पहुंच रही है. किसानों को मदद नहीं मिल रही है. आदिवासियों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं.
शाह ने बंगाल की जनता से आने वाले चुनाव में इस जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकेने की अपील की. शाह ने कहा कि अब ममता सरकार की मृत्यु की घंटी बज चुकी है. बीजेपी का लक्ष्य है कि पश्चिम बंगाल को सांप्रदायिक राजनीति से मुक्त कराया जाए. इसके लिए हमने 2021-2024 मिशन बंगाल तय किया है.
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इधर, अमित शाह के बयान पर सीएम ममता बनर्जी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि ऐसी भाषा बंगाल के लोगों को पसंद नहीं है. तृणमूल सुप्रीमो एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गृहमंत्री अमित शाह को नसीहत दी कि भाजपा नेता संयमित भाषा का प्रयोग करें. ममता ने एक बार फिर शाह व भाजपा को बाहरी बताया और कहा कि बंगाल के लोग कभी उन्हें स्वीकार नहीं करेंगे.
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने भी शाह के बंगाल दौरे को लेकर उन पर निशाना साधा. हकीम ने कहा कि अमित शाह बंगाल आकर नाटक कर रहे हैं. बंगाल की जनता उनके झांसे में आने वाली नहीं है. भाजपा की केंद्र सरकार ने बड़े-बड़े वादे कर किस तरह पूरे देश को धोखा दिया, इसे लोग भूले नहीं हैं. चाहे अमित शाह यहां कुछ भी कर लें यहां की जनता ममता बनर्जी के ही साथ है.
आदिवासी के घर भोजन करने पहुंचे शाह, आज मतुआ कार्यकर्ता के घर जाएंगे
अमित शाह गुरुवार दोपहर बांकुरा के चतुर्थी गांव में आदिवासी के घर भोजन करने पहुंचे. यहां उन्होंने जमीन पर बैठकर परम्परागत तरीके से केले के पत्ते पर दाल चावल और अन्य बंगाली व्यंजनों का लुफ्त उठाया. खाने के बाद उन्होंने भोजन की तारीफ की औ कार्यकर्ताओं को आवभगत के लिए धन्यवाद किया. शुक्रवार को गृहमंत्री मतुआ समुदाय के पार्टी कार्यकर्ता के घर भोजन करने पहुंचेंगे. मतुआ समुदाय बांग्लादेश से शरणार्थी बनकर भारत आए हुए लोग हैं.
इससे पहले अमित शाह शुक्रवार को दक्षिणेश्वर मंदिर पहुंचे और यहां पूजा अर्चना की. यहां उन्होंने सीएम ममता बनर्जी पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है. राज्य में तृणमूल सरकार के प्रति भयंकर जनाक्रोश दिख रहा है. उनकी जनविरोधी नीतियों का खामियाजा गरीब व आम लोग भुगत रहे हैं. शाह ने बीजेपी कार्यकर्ताओं और बंगाल की जनता से एकजुट होकर दायित्व निर्वाह करने की अपील की है.