हज कमेटी के चेयरमैन और भाजपा नेता अमीन पठान के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है. सीकर के बिल्डर प्रमोद कुमार सिंघानिया ने जवाहर सर्किल पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाते हुए आरोप लगाया है कि पठान ने उनके साथ 80 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है. पठान ने बहरीन क्रिकेट लीग में निवेश के लिए उनसे दो करोड़ रुपए मांगे थे और लीग में मुनाफा होने की बात कही थी. इस पर सिंघानिया ने 20 लाख रुपए पठान के खाते में जमा करवाए थे और 60 लाख रुपए नकद उनके घर जाकर दिए थे.
गौरतलब है कि अमीन पठान ने सितंबर-अक्टूबर 2017 में बहरीन में क्रिकेट लीग का आयोजन किया था. उसमें भारत के रणजी खिलाड़ियों सहित कई विदेशी खिलाड़ियों ने भी भाग लिया था. लीग मैचों के दौरान प्रमोद सिंघानिया भी बहरीन में मौजूद रहे थे. पठान ने तीन-चार माह में मुनाफे की राशि देने के लिए कहा था. सिंघानिया ने इस संबंध में बैंक स्टेटमेंट सहित अन्य दस्तावेज पुलिस को सौंपे हैं.
राजस्थान में अमीन पठान कई कारणों से चर्चित रहे हैं. क्रिकेट की राजनीति से वह लंबे समय से जुड़े हुए हैं और कोटा जिला क्रिकेट संघ के सचिव रह चुके हैं. एक बार उन्होंने राजस्थान क्रिकेट संघ के तत्कालीन अध्यक्ष और आईपीएल के कमिश्नर रहे ललित मोदी से पंगा लिया था और उनके खिलाफ दो बार अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. तब इस तरह की खबरें मीडिया में आई थी कि लंदन में रह रहे ललित मोदी के साथ तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अनबन हो गई थी. अमीन पठान वसुंधरा राजे के नजदीकी माने जाते थे. उस समय कई लोग कहते थे कि अमीन पठान वसुंधरा राजे के इशारे पर ललित मोदी को तंग कर रहे हैं.
इसके कुछ समय बाद ललित मोदी और अमीन पठान के बीच सुलह की खबरें आई थी, जिस पर मीडिया में आश्चर्य व्यक्ति किया गया था एक-दूसरे के जानी दुश्मन अब हाथ कैसे मिल रहे हैं. तब यह कयास लगाया जा रहा था कि वसुंधरा राजे की ललित मोदी के साथ अनबन समाप्त हो गई है, इसलिए वसुंधरा राजे के कहने से ही अमीन पठान ने ललित मोदी के बीच सुलह सफाई हो गई है. इस समय अमीन पठान बड़े भाजपा नेता माने जाते हैं. हज कमेटी के अध्यक्ष हैं. उनके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला पुलिस में रिपोर्ट होने तक ही सीमित रहेगा या आगे भी बढ़ेगा, यह आने वाला समय बताएगा. अभी तो अमीन पठान गलत कारण से चर्चा में आ ही गए हैं.