बिहार में करारी हार के बाद राजद का ‘सफाई’ अभियान ला पाएगा पार्टी में व्यापक सुधार!

विस चुनावों में शर्मनाक हार के बाद आत्म मंथन में जुटी राजद, पारिवारिक संकट से गुजर रहा लालू परिवार फिर से खड़े होने की कोशिश में, भितरघातियों पर भी है कड़ी नजर

Tejasvi Yadav
Tejasvi Yadav

बिहार विधानसभा चुनाव में शर्मनाक हार के बाद लालू यादव के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनता दल (RJD) गहरे सदमे में है और आत्म मंथन के दौर से गुजर रही है. वहीं लालू परिवार भी पारिवारिक उतार चढ़ाव के भंवर में फंसा हुआ है. इसी बीच राजद ने एक राजनीतिक सफाई अभियान चलाया है, ताकि पार्टी में व्यापक सुधार लाया जा सके और आने वाले अन्य स्थानीय चुनावों में पार्टी का डंका फिर से गूंजाया जा सके. इसके लिए पार्टी ने एक सूची बनाई है और कुछ भितरघाती नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी चल रही है.

दरअसल, विस चुनावों में करारी हार को पचा पाने में नाकाम हो रही राजद अब भितरघातियों की पहचान करने में जुट गयी है. अब पार्टी के उन नेताओं और कार्यकर्ताओं की सूची बनाई जा रही है, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में पार्टी और महागठबंधन के उम्मीदवारों को हराने में महती भूमिका निभाई थी. इस अभियान में पार्टी ने प्रदेश राजद कार्यालय में प्रमंडलवार जीते विधायकों और हारे हुए प्रत्याशियों के साथ बैठक करते हुए इनकी रिपोर्ट के आधार पर भितरघाती नेताओं की पहचान की है और इसके लिए पूछताछ की जा रही है. पार्टी नेताओं के अनुसार, प्रत्याशियों की ओर से दिए गए नामों के बारे में पार्टी के पदधारकों से राय ली जाएगी. साथ ही जिनका नाम भितरघात करने वालों की सूची में होगा, उनसे भी इस बाबत पूछा जाएगा. संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर दो चरणों की समीक्षा के बाद व्यापक स्तर पर ‘सफाई अभियान’ चलाकर भितरघातियों को दल से बाहर किया जाएगा.

व्यापक स्तर पर हो रही समीक्षा

इस बाबत राजद ने बीते दिवस मगध प्रमंडल के हारे-जीते उम्मीदवारों को पटना बुलाया और प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल, पूर्व मंत्री अब्दुलबारी सिद्दिकी, भोला यादव जैसे वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बैठक हुई. प्रत्याशियों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की पूरी रिपोर्ट लिखित रूप में पार्टी नेतृत्व को सौंपी. उम्मीदवारों ने उन नेताओं के नाम बताए हैं जिन्होंने चुनाव के दौरान दल और गठबंधन के खिलाफ काम किया, जिसका खामियाजा महागठबंधन को भुगतना पड़ा. अब सारण और पूर्णिया प्रमंडल के प्रत्याशियों के साथ बैठक की जाएगी.

4 दिसंबर तक प्रमंडलवार बैठक के बाद दूसरे चरण में 5 से 9 दिसंबर के बीच पार्टी के जिलाध्यक्षों, प्रधान महासचिव और प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक होगी. इस बैठकों में पार्टी नेताओं से भविष्य में अपनाई जाने वाली रणनीतियों, जनहित के मुद्दों को लेकर भी राय मांगी जा रही है. अब देखना ये होगा कि राजद के इस सफाई अभियान से राजद की बुझी हुई ‘लालटेन’ में सुधार रूपी चमक फिर से आ पाती है या फिर नहीं.

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