देर रात सांसद पर हमला और दिनदहाड़े डॉक्टर दम्पति की गोली मारकर हत्या के बाद मचा सियासी बवाल

भाजपा नेताओं ने गहलोत सरकार की कानून व्यवस्था को फेल करार देते हुए सांसद कोली पर सोची समझी साजिश के तहत हमला करने का आरोप लगाया तो वहीं डॉक्टर दम्पति पर हमले को लेकर मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के गृहमन्त्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा, पढ़िए सतीश पूनियां, गुलाबचंद कटारिया, राजेंद्र राठौड़, अर्जुन राम मेघवाल, चंद्रशेखर ने क्या बोला

भाजपा नेताओं ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा
भाजपा नेताओं ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा

Politalks.News/Rajasthan. भरतपुर में गुरुवार रात सांसद रंजीता कोली पर हुआ हमला और उसके बाद आज दिनदहाड़े एक डॉक्टर दम्पति की गोली मारकर हत्या के बाद प्रदेश का सियासी पारा अपने उबाल पर है. भाजपा नेताओं ने गहलोत सरकार की कानून व्यवस्था को फेल करार देते हुए सांसद कोली पर सोची समझी साजिश के तहत हमला करने का आरोप लगाया तो वहीं डॉक्टर दम्पति पर हमले को लेकर मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के गृहमन्त्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा है. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर सहित कई भाजपा नेताओं ने गहलोत सरकार को निशाने पर लिया है.

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान को अपराधों की राजधानी बना दिया है. गहलोत सत्ता में बने रहने का हक़ खो चुके हैं. पिछले दिनों एम्बुलेंसकर्मियों ने जयपुर में गर्भवती महिला के साथ गैंगरेप और फिर भीलवाड़ा में महिला तहसीलदार के साथ अमर्यादित भाषा का उपयोग, उसके बाद भरतपुर जिले में कल देर रात सांसद पर हमला और आज दिन में दिनदहाड़े बीच सड़क पर डॉक्टर व उनकी पत्नी की गोली मार कर हत्या बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और पुलिस अभी भी हाथ पर हाथ रखे बैठी है, उव घटनाएं कई सवाल राजस्थान के पुलिस-प्रशासन पर खड़े करती है.

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सतीश पूनियां ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जी समय रहते राज्य में कानून व्यवस्था को सुदृढ करने हेतु आवश्यक कदम उठाएं वरना कानून व्यवस्था को लेकर जनता का आक्रोश सड़कों पर कोरोना से ज्यादा उग्र रूप में फूटेगा. पूनिया ने कहा कि पिछले कई दिनों से रंजीता कोली दौरे पर हैं, इस दौरान उन्होंने जिले की सीएचसी की अव्यवस्थाओं को उजागर किया, राज्य सरकार की टेस्टिंग बंद होने के मुद्दे को उजागर किया और कल भी सीएचसी के औचक निरीक्षण के लिये जा रही थीं. वापसी में बदमाशों ने ईंट-सरिये से हमला किया, वो अवसाद में हैं. मुझे लगता है कि, राजस्थान पुलिस की पंचलाइन अपराधियों में भय एवं आमजन में विश्वास, ये ध्येय वाक्य बदल गया, अपराधियों में विश्वास है, उनके हौंसले बढ़े हैं, आमजन सुरिक्षित नहीं है, यहां तक की चुना हुआ जनप्रतिनिधि भी राजस्थान में सुरक्षित नहीं हैं.

भरतपुर सासंद पर हमला सोची समझी साजिश- कटारिया
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि अस्पताल का निरीक्षण करने जा रही भरतपुर की महिला सांसद पर आधी रात को सुनसान जगह पर गाड़ी रोककर हमला करना कई सवाल खड़े करता है. यह सबके लिए चिंता का विषय है. मेरी भरतपुर सासंद और भरतपुर के आईजी से बात हुई है. सरकार और मुख्यमंत्री इस घटना को शर्मनाक मानते हुए इसकी तह तक जाने के लिए जांच करवाएं. यह सोची समझाी साजिश के तहत हमला हुआ है. हमले के दोषी अब तक पकड़े नहीं गए हैं. दोषियों को तत्काल गिरफ्तार कर इस मामले की जांच हो.

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राजेंद्र राठौड़ बोले- भरतपुर संभाग मुख्यालय में कानून का शासन समाप्त हो गया है
राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि लगता है भरतपुर संभाग मुख्यालय में कानून का शासन समाप्त हो गया है. कभी भरतपुर के प्रथम नागरिक सांसद पर प्राणघातक हमला, कभी दिनदहाड़े डॉक्टर दम्पती की सरेआम गोली मारकर हत्या, यह सारी घटनाएं दर्शाती है कि राज्य में अपराधी बेखौफ है और उन्हें कानून व्यवस्था का कोई भय नहीं है. राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद चिंताजनक है और आज यहां कोई भी सुरक्षित नहीं है. कभी शांतिप्रिय राज्य के नाम से विख्यात राजस्थान आज सत्ताधारी कांग्रेस सरकार के कुशासन में हत्या, दुष्कर्म ,अपहरण और लूट जैसी घटनाओं की वजह से आपराधिक प्रदेश के नाम से जाना जा रहा है.

राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी, जो गृह विभाग के मुखिया भी है, वह हर बार लचर कानून व्यवस्था पर मौन रहते हैं. प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी बदतर हो चुकी है कि आमजन दहशतगर्दी के माहौल में जिंदगी जीने को मजबूर है और उन्होंने इस सरकार के राज में सुरक्षित जीवन जीने की आस भी छोड़ दी है. राठौड़ ने कहा- भरतपुर सांसद पर प्राणघातक हमला राज्य की लचर कानून व्यवस्था का जीता-जागता प्रमाण है. राज्य में अब निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी सुरक्षित नहीं है जिससे जर्जर कानून व्यवस्था की स्थिति स्वत: ही दिख रही है. इस हमले से यह सिद्ध हो गया कि भरतपुर जिले के अंदर अव्यवस्थाओं के खिलाफ कोई आवाज उठाएगा तो प्रशासन की शह पर उन पर हमला होगा. सांसद पर हमला हो जाए, कलेक्टर फोन नहीं उठाए और पुलिस अधिकारी संज्ञान नहीं ले, इससे बड़ा दुर्भाग्य नहीं हो सकता. दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए.

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क्या आपकी नींद अभी भी नहीं टूटी है! – गजेंद्र सिंह शेखावत
राजस्थान में एक के बाद एक खूनी घटनाओं से भय का वातावरण बनता जा रहा है, लगता है कोई सुरक्षित नहीं है. कभी भी पथराव हो सकता है, कहीं भी गोली चल सकती है. शहर और गांव दोनों अपराधियों के हवाले हैं. कोरोना संकट के इस समय में एक तरफ देशभर के डॉक्टर लोगों की जान बचाने में जुटे हैं, दूसरी ओर राजस्थान में दिनदहाड़े डॉक्टरों की जान ली जा रही है. आज भरतपुर में चिकित्सक दंपती डॉ. सुदीप गुप्ता और उनकी पत्नी सीमा गुप्ता की सरेआम हत्या दिल दहलाने वाली है. शेखावत ने आगे कहा कि सवाल फिर जिम्मेदारी का है? गहलोत जी आप बताएं कौन है इस वारदात के इतने आसानी से अंजाम तक पहुंच जाने का जिम्मेदार? क्या आपकी नींद अभी भी नहीं टूटी है!

वहीं बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने गहलोत सरकार और निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में आये दिन अपराधियों के बढ़ते हौंसले और कांग्रेस सरकार की उदासीनता, आमजन में भय का वातावरण बना रही है. भरतपुर का यह दृष्य दिल दहलाने वाला है. कांग्रेस सरकार होश में आओ और लचर क़ानून व्यवस्था को सम्भालकर दोषियों के ख़िलाफ़ कठोर कार्यवाही की जाए.

भाजपा के संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने ट्वीट कर लिखा- कोरोना पीड़ितों की सेवा में लगी महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष और भरतपुर की सांसद रंजीता कोली पर हमला राजस्थान की ध्वस्त क़ानून व्यवस्था,बढ़ते महिला और दलित अपराध कांग्रेसी सरकार के रोज़ के झूठे दावे की पोल खोल रहा है.

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