Politalks.News/Bharat/Rajasthan. देश से कोरोना संकट पूरी तरह मिटे बिना ही या यूं कह लें कोरोना की दूसरी लहर आने से पहले मोदी सरकार द्वारा देश से बाहर भेजी गई कोरोना वैक्सीन को लेकर पूरे देशभर में मामला गर्माता जा रहा है. दिल्ली में वैक्सीन बाहर भेजने पर पीएम मोदी से सवाल पूछने वाले पोस्टर लगाने 17 लोगों को गिरफ्तार करने के बाद अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इसी मुद्दे पर कांग्रेस ने मोदी सरकार को देशभर में घेरने का मन बना लिया है. बाहर भेजी गई वैक्सीन पर दिल्ली के बाद अब दुसरे राज्यों में भी सियासत तेज हो गई है. वैक्सीन पोस्टर वॉर में अब राजस्थान कांग्रेस के नेता भी कूद पड़े हैं. राजस्थान कांग्रेस के नेताओं ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट की डीपी पर भी दिल्ली वाला पोस्टर लगा लिया है. इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला.
इसकी शुरुआत दिल्ली में पोस्टर लगाने वालों की गिरफ्तारी से नाराज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने ट्विटर प्रोफाइल की डीपी में एक काले रंग का पोस्टर लगा कर की. इस पोस्टर में भी वो ही लिखा गया था, जो दिल्ली में लगे पोस्टर्स पर लिखा था कि- मोदी जी, हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दिया? राहुल गांधी ने इसी पोस्टर को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा- मुझे भी गिरफ्तार करो. आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने इसी तरह का पोस्टर लगाने पर 17 लोगों को गिरफ्तार किया था. अलग अलग थानों में हुई 21 एफआईआर और 17 गिरफ्तारी होने के बाद कांग्रेस ने मुद्दे को केंद्र के खिलाफ मुहिम बनाकर चला दिया है. जिसके बाद से इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया और सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई.
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रविवार को जहां पहले राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से पोस्टर को शेयर करते हुए चुनौती भरे अंदाज में कहा कि मुझे गिरफ्तार करो. वहीं प्रियंका गांधी ने अपने ट्विटर की प्रोफाइल पिक्चर को पोस्टर से तब्दील कर दिया. राहुल व प्रियंका के बाद इसी कड़ी में रणदीप सुरजेवाला समेत कांग्रेस के सभी नेताओं ने भी इसे एक कैम्पेन की तरह लेते हुए अपनी अपनी ट्विटर प्रोफाइल पिक्चर, विवादों से घिरे पोस्टर से बदल डाली है. इसके बाद यह कैम्पेन सिर्फ पार्टी के पदाधिकारियों तक ही सीमित नहीं है, कांग्रेस के मुख्य ट्विटर हैंडल से लेकर राज्यवार बनाए गए सभी हैंडल की भी प्रोफाइल पिक्चर बदल दी गयी है.
इसी कड़ी में राजस्थान कांग्रेस के नेताओं ने भी सोशल मीडिया पर पोस्टर वॉर पर अभियान चला रखा है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचिरयावस, कांग्रेस कार्य समिति सदस्य रघुवीर मीणा, एआईसीसी सचिव धीरज गुर्जर, यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गणेश घोघरा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी सहित कई कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली वाले पोस्टर को अपनी डीपी बनाया है और मोदी पर सवाल उठाते हुए गिरफ्तार करने की चुनौती दी है.
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देश के प्रधानमंत्री से सवाल पूछना ही गुनाह हो गया क्या? – डोटासरा
इस मामले में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा- “हम शुरु से ही कहते आए हैं कि केंद्र में बैठे लोगों, भाजपा के नेताओं का लोकतांत्रिक मूल्यों परंपराओं में कतई विश्वास नहीं है. क्या प्रधानमंत्री से सवाल पूछना ही गुनाह हो गया क्या? प्रधानमंत्री से इतना सा ही तो पूछा है कि हमारे बच्चों की वैक्सीन बाहर क्यों भेज दी? इतनी सी बात पर दिल्ली में ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां शुरु हो गई. इतना अहंकार ठीक नहीं है. मोदीजी और भाजपा याद रखें, जिस जनता ने आपको सर्वोच्च पद पर बैठाया है और अब यही जनता आपको जमीन दिखाएगी. इसके लक्षण दिखने शुरु हो गए हैं. जो सरकार सवालों से ही डर जाए समझ लो उसकी उलटी गिनती शुरु हो चुकी है. वैक्सीन के मामले में केंद्र सरकार से चूक हुई है, उसे मान लेना चाहिए. दुनिया के देश दूसरी लहर से निपटने की तैयारी कर रहे थे और हम उस वक्त भविष्य की परवाह किए बिना करोड़ों डोज विदेश भेज रहे थे. इस चूक पर माफी मांगने के बजाय सवाल पूछने वालों को ही गिरफ्तार करना शुरु कर दिया. हिम्मत है तो हमें भी गिरफ्तार करके दिखाएं.”
मोदीजी 100 दिन आगे की भी नहीं सोच पाए- रघुवीर मीणा
वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता और सीडब्ल्यूसी सदस्य रघुवीर मीणा ने कहा कि, ‘देश के प्रधानमंत्री 100 साल आगे की सोचते रहे हैं लेकिन मोदीजी 100 दिन आगे की भी नहीं सोच पाए. वैक्सीन डिप्लोमसी के नाम पर कोरोना की दूसरी लहर से ठीक पहले करोड़ों डोज वैक्सीन विदेश भेजते रहे, जबकि एक्सपर्ट लगातार चेता रहे थे कि दूसरी वेव आएगी और वह घातक होगी. वैक्सीन डिप्लोमेसी देश के लिए डिजास्टर साबित हो गई लेकिन मोदीजी यह मानने को तैयार नहीं हैं.
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केंद्र सरकार की गलत नीतियों और झूठ फरेब की राजनीति के कारण देश में लाशों के ढेर लगे हैं- खाचरियावास
वहीं परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने बड़ा निशाना साधते हुए कहा कि, “मोदीजी अगर वैक्सीन के 6 करोड़ 91 लाख डोज विदेश नहीं भेजते तो आज देश की बड़ी नौजवान आबादी सुरक्षित हो जाती. केंद्र सरकार की गलत नीतियों और झूठ फरेब की राजनीति के कारण देश में लाशों के ढेर लगे हैं. पहले वैक्सीन के पैसे मांग लिए, अब राज्य सरकारें पैसा देने को तैयार है तो वैक्सीन नहीं है. केंद्र ने देश के साथ धोखा किया. अब तो लोकतंत्र की हत्या हो रही है,सवाल करने वालों को जेल भेजा जा रहा है. इन हरकतों से देश डरेगा नहीं. देश का नौजवान लड़ेगा, डरेगा नही. इस लड़ाई में सरकार की हार तय है. जो नौजवान कुर्सी दे सकता है वह कुर्सी ले भी सकता है.”
मोदीजी किस किसको गिरफ्तार करेंगे सबके मन में यही सवाल है- घोघरा
यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गणेश घोघरा ने कहा, आज देश के हर नागरिक के मन में यही सवाल है कि हमारे बच्चों की वैक्सीन बाहर क्यों भेज दी? मोदीजी किस किसको गिरफ्तार करेंगे सबके मन में यही सवाल है. पूरे देश के नागरिकों को गिरफ्तार करेंगे क्या? कोरोना से पीड़ित लोगों को राहत देने की बजाय पीएम मोदी से सवाल पूछने वालों को गिरफ्तार करके केंद्र सरकार अपना लोकतंत्र विरोधी फासीवादी चरित्र दिखा रही है. देश की जनता सब देख रही है.