Politalks.News/Bharat. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कोविड-19 वैक्सिनेशन के दूसरे चरण की शुरुआत सबसे पहले खुद को वैक्सीन की डोज लगवा कर की. इस दौरान पीएम मोदी ने एम्स अस्पताल से निकलकर देश के लोगों से अपील करते हुए कहा कि, ‘इस महामारी को हराने के लिए बेफिक्र होकर टीका जरूर लगवाएं’. बस फिर क्या था, पीएम मोदी की इस अपील का विपक्ष पर तो कोई खास असर नहीं हुआ लेकिन मोदी मंत्रिमंडल के मंत्रियों और बीजेपी के नेताओं पर इसका जोरदार असर देखने को मिला.
आपको बता दें, इससे पहले तक केंद्रीय मंत्री और भाजपा के नेता कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाने के लिए सहमे थे, लेकिन कल सुबह जैसे ही पीएम मोदी ने टीका लगवाया उसके बाद भाजपा सरकार के मंत्रियों में टीका लगवाने की होड़ सी लग गई. यही नहीं भाजपा के कई बड़े नेताओं ने ट्वीट करते हुए कहा कि, पीएम मोदी ने वैक्सीन लगवाकर देश को रास्ता दिखाया है. साथ ही लोगों का भ्रम भी दूर किया.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘यह वास्तव में एक ‘विश्वास पैदा करने वाली’ तस्वीर है, हमारे पीएम ने कोरोना के खिलाफ अनुकरणीय तरीके से युद्ध का नेतृत्व किया.’ उसके बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, ‘एक नेता जो रास्ता दिखाता है. पीएम मोदी जी ने एम्स में वैक्सीन की अपनी पहली खुराक ली.’ वहीं हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि, ‘पीएम नरेंद्र मोदी जी देश के सच्चे नायक हैं. हर घड़ी पर हमेशा उन्होंने आगे बढ़ कर देश को रास्ता दिखाया है. आज भी उन्होंने सबसे पहले कोरोना वैक्सीन लगवाई, ताकि लोगों में किसी प्रकार की कोई भ्रांति न रहे.’
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री की अपील के बाद लखनऊ स्थित सिविल अस्पताल स्वयं जाकर वैक्सीनेशन का जायजा लिया और लोगों से वैक्सीन का टीका लगवाने की अपील करते दिखाई दिए. वहीं यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली के एम्स अस्पताल में भारत में निर्मित कोवैक्सीन की अपनी पहली डोज लगवाई. केशव प्रसाद मौर्य ने देशवासियों से वैक्सीन लगवाने की अपील भी की. आने वाले दिनों में केंद्र और भाजपा शासित राज्य सरकारों के मंत्री टीका लगवाने के लिए आगे आते हुए नजर आएंगे.
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उपराष्ट्रपति नायडू समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और दिग्गज नेताओं ने लगवाया टीका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कोरोना डोज लगवाई. उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा कि आज मैंने चेन्नई के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में कोविड वैक्सीन की पहली खुराक ली. इसके बाद गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली स्थित अपने सरकारी आवास पर वैक्सीन का टीका लगवाने के लिए तैयार हो गए. ऐसे ही दिल्ली के एम्स में केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने भी कोरोना की वैक्सीन लगवाने पहुंचे. केंद्रीय मंत्रियों का वैक्सीन लगाने का दौर चल ही रहा था उसी समय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी एलान कर दिया है कि मैं मंगलवार को यानी आज वैक्सीन का टीका लगवाने के लिए तैयार हूं.
वहीं भोपाल में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने जेपी अस्पताल में टीका लगवाया. ऐसे ही गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की पत्नी अंजलि रुपाणी ने गांधीनगर के अपोलो अस्पताल में टीका लगवाया. शाम होते-होते विदेश मंत्री जयशंकर ने भी वैक्सीन लगवा ली. वहीं राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी वैक्सीन का टीका लगवाया. यह नहीं प्रधानमंत्री की अपील का असर कुछ दूसरे दलों के दिग्गज नेताओं पर दिखाई दिया. बिहार-उड़ीसा के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नवीन पटनायक ने भी कोविड-19 का टीका लगवाया.
बता दें कि नीतीश कुमार का कल जन्मदिन भी था. इसके अलावा एनसीपी चीफ शरद पवार भी वैक्सीन लगाने के लिए पहुंचे. इसके अलावा गुजरात और बिहार के कई मंत्री आज टीका लगवाने की तैयारी कर रहे हैं. बता दें कि आज देशभर में वैक्सीनेशन के दूसरे चरण का आगाज कल हो गया है. इस चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग और अन्य बीमारियों से पीड़ित 45 साल या उससे अधिक आयु के लोग कोरोना का टीका लगवा सकेंगे. सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी इसके इंतजाम किए गए हैं. इस बार सरकारी के साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी वैक्सीन के टीके लगाए जा रहे हैं.
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कांग्रेस ने एक बार फिर वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार पर कसे तंज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना का टीका लगवाने के दौरान एक तीर से साधे गए कई निशानों को लेकर सियासत भी शुरू हो गई. प्रमुख प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर फिर वैक्सीन को लेकर कटाक्ष किए. बंगाल से कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने जिससे वैक्सीन लगवाई वह नर्स पुडुचेरी से है, जबकि पीछे खड़ी नर्स केरल की थी. यही नहीं पीएम मोदी के गले में असमिया गमछा था और उनकी वेशभूषा बंगालियों जैसी थी. अधीर रंजन ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने टीके से चुनावी संदेश दिया, अगर मोदी अपने हाथ में ‘गीतांजलि’ किताब भी ले लेते तो सारी कमी पूरी हो जाती.
कांग्रेस के वार के बाद भाजपा के मंत्रियों ने भी पलटवार किया. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने प्रधानमंत्री को हनुमान बताते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन संजीवनी बूटी है. चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वैक्सीन लगवाकर देश और दुनिया को भरोसा दिलाया और विपक्ष के मुंह पर कड़ा तमाचा मारा. दूसरी ओर केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी विपक्ष पर बोला हमला. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कुछ लोग सवाल कर रहे थे कि पीएम मोदी टीका कब लगवाएंगे, उन लोगों को मोदी जी ने जवाब दिया है. केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा कि मैं विपक्ष के लोगों से एक अपील करूंगा, अगर कोरोना की लड़ाई में देश एक हो सकता है तो क्या हम लोग एक नहीं हो सकते.
वहीं दूसरी ओर जब कांग्रेस के वरिष्ठ और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से पूछा गया कि अब 60 साल से ऊपर के सभी लोग कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवा सकते हैं. ऐसे में आप कब वैक्सीन लगवाने जा रहे हैं, इस पर विपक्ष के नेता खड़गे ने कहा कि मेरी उम्र 70 वर्ष से ज्यादा हो गई है और मेरी जिंदगी के अब कुछ ही साल बचे हैं. खड़गे ने कहा कि ये कोविड-19 वैक्सीन युवा लोगों को देनी चाहिए, जिन्हें अभी बहुत लंबा जीवन व्यतीत करना है. मेरा क्या है, मैं तो 10-15 साल और जीवित रहूंगा.