नाथी का बाड़ा और धारीवाल से फजीहत के बाद अब शिक्षा के मंत्री ने महिला नेत्री से भिड़ने की कर दी गलती

गोविंद सिंह डोटासरा ने महिला कार्यकर्ताओं से कहा जाइए यहां से तो मेयर उम्मीदवार पार्षद ने कहा- हम तो अपने घर में ही हैं, आप चलिए यहां से,' सबके सामने तल्ख आवाज में बोली कांग्रेस नेत्री- ये पचास साल का है हम सत्‍तर साल के हैं, मैं पार्टी की जमीन से जुड़ी कार्यकर्ता हूं. पार्षद से तो हटा नहीं सकते, हटाना चाहते हो तो हटा दो

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Politalks.News/Rajasthan. हाल ही में थोड़े दिनों पहले ‘नाथी बाई का बाड़ा‘ को लेकर अपने दुर्व्यवहार के लिए मीडिया की सुर्खियों में रहे प्रदेश के शिक्षा के मंत्री और साथ ही देश की सबसे पुरानी और संस्कारित मानी जाने वाली पार्टी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा अब एक बार फिर अपनी ही पार्टी की वरिष्ठ महिला नेत्री से दुर्व्यवहार के चलते सुर्खियों में हैं. कहा तो यहां तक जाने लगा है कि मुख्यमंत्री की मौजूदगी में सरकार में नम्बर 2 मंत्री माने जाने वाले शांति धारीवाल से जबरदस्त फजीहत कर और करवा चुके डोटासरा को शायद यह गलतफहमी हो गई है कि राजस्थान में पार्टी उन्ही के दम पर है और शायद अगला सीएम भी वो खुद को समझने लगे हैं. कहा यह भी जाता है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का डोटासरा को भरपूर आशीर्वाद मिला हुआ है जिससे चलते वो पार्टी और सरकार में किसी को कुछ नहीं समझते हैं.

खैर, बीकानेर दौरे पर गए शिक्षा के मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा यहां पार्टी की एक वरिष्ठ कार्यकर्ता व महिला पार्षद और मेयर प्रत्याशी अंजना खत्री से उलझ गए. इस दौरान वहां जबरदस्त हंगामा हुआ और पार्षद खत्री ने भी डोटासरा को खूब खरी-खरी सुनाई. यह पूरा वाक्या बीकानेर के सर्किट हाउस का है. शनिवार को यहां अपनी ही पार्टी की वरिष्ठ महिला नेता अंजना खत्री से गोविंद डोटासरा से तीखी बहस हो गई. बताया जाता है कि अंजना के साथ पहुंची महिला कार्यकर्ता डोटासरा के साथ फोटो खिंचवाना चाहती थीं लेकिन मुश्किल से 2 मिनिट का समय इन महिला कार्यक्रताओं को देने के बजाए शिक्षा के मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष उन पर झल्ला गए. अध्यक्ष जी को गुस्सा आ गया और झल्लाए मंत्री जी ये बात करने का प्रयास किया तो अंजना खत्री को डोटासरा ने यह कह दिया कि आप अपने घर जाइए.

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लेकिन ये लोग ‘नाथी का बाड़ा‘ में आए हुए व्याख्याता, प्रिंसिपल या शिक्षक थोड़े ही थे जो चुपचाप सुन लेते. डोटासरा की झल्लाहट पर पलटकर अंजना खत्री ने भी करारा जवाब दिया और कहा कि हम तो अपने घर में ही हैं, आप चलिए यहां से. इसके बाद चिल्लाते हुए खत्री ने सैकड़ों की भीड़ में कार्यकर्ताओं के सामने आक्रोश जताया. खत्री ने कहा कि, ‘वो पचास साल का है हम सत्‍तर साल के हैं, मैं पार्टी की जमीन से जुड़ी कार्यकर्ता हूं. पार्षद से तो हटा नहीं सकते, हटाना चाहते हो तो हटा दो.’ अंजना ने तल्‍ख अंदाज में कहा कि मैंने एक मिनट का समय मांगा था.

बीकानेर की वरिष्ठ महिला नेता अंजना खत्री ने मीडिया को बताया कि वो कुछ महिलाओं के साथ प्रदेशाध्यक्ष से मिलने पहुंची थीं. इस दौरान कुछ महिलाओं ने फोटो खिंचवाने की इच्छा जताई. इस पर प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा झल्ला गए और कहा कि आप लोग जाइये यहां से, इस पर एक बार तो सभी महिला कार्यकर्ता हट गईं, लेकिन बाद में स्वयं अंजना खत्री मंत्रीजी के पीछे गई और कहा कि पार्टी के विषय में एक मिनट बात करनी है, इस पर डोटासरा फिर नाराज हो गए और कहा कि आप जाइये, इस पर खत्री ने पूछा कहां जाएं? घर जाएं क्या? इस पर डोटासरा ने कहा- हां घर जाइए. अब खत्री का भी पारा चढ़ गया. खत्री ने प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा से सबके सामने कहा कि हमारा घर तो ये बीकानेर ही है, आप जाइये यहां से? इतना कहने के बाद खत्री कार्यकर्ताओं के बीच पहुंच गईं और चिल्लाकर अपने ही प्रदेशाध्यक्ष के बारे में कहा कि ये बदतमीजी नहीं चलेगी. हमें कहा जा रहा है कि जाओ अपने घर. अगर इसको जरूरत ही नहीं है तो ये जाएं अपने घर.

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वहीं मामला थोड़ा शांत होने के बाद कुछ स्थानीय नेताओं ने मंत्री डोटासरा को बताया कि वो सामान्य कार्यकर्ता नहीं हैं बल्कि मेयर की उम्मीदवार रही हैं. तब तक अंजना खत्री सहित सभी महिला नेता सर्किट हाउस से निकल चुकी थीं, बाद में अंजना खत्री को वापस बुलाया गया. इसके बाद डोटासरा ने कहा कि वो सबसे मिलने के लिए ही आए हैं. बाद में एक विद्यालय में भी अंजना खत्री डोटासरा के कार्यक्र्म में पहुंचीं, लेकिन प्रदेशाध्यक्ष और शिक्षा के मंत्री जी ने ज्यादा महत्व नहीं दिया.

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