PoliTalks.news/Rajasthan. राजस्थान का सियासी संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस की सरकार पिछले एक महीने से 5 स्टार बाडाबंदी में आराम फरमा रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कुछ मंत्री बाहर हैं जो विभाग से जुड़े कामकाज देख रहे हैं. कांग्रेस को 14 अगस्त को आहूत हुए विधानसभा सत्र से पहले टूट फूट का डर है. इसी बीच भाजपा को भी विधायकों में टूट फूट की भनक लगी है और इसी के चलते सभी विधायकों की बाडाबंदी की तैयारी हो चुकी है. रविवार को हुई बीजेपी दल की बैठक में सभी विधायकों को 11 अगस्त को दोपहर 3 बजे तक टोंक रोड स्थित क्राउन प्लाजा में एकत्र करने को कहा गया है. गुजरात भेजे गए 18 विधायकों भी जयपुर आने के लिए कहा गया है. सभी विधायकों को अपना अपना सूटकेस (कपड़े और जरूरी सामान के साथ) आने के निर्देश दिए गए हैं.
नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया की यहां एक बैठक में विधायक दल की बैठक और उन्हें ठहराने सहित मौजूदा तमाम परिस्थितियां, बसपा को लेकर कोर्ट के निर्णय, और विधानसभा सत्र की प्लानिंग की तैयारी को लेकर चर्चा हुई. इस बैठक में यही निकल कर सामने आया कि सभी विधायकों को एकत्र करना उचित रहेगा. सभी विधायकों को 11 अगस्त को दोपहर 3 बजे तक होटल बुलाया है. शाम 4 बजे विधायक दल की बैठक रखी गई है. नेता प्रतिपक्ष ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को भी विधायक दल की बैठक में बुलाने की जानकारी दी है.
बाड़ाबंदी पर कांग्रेस ने कसा तंज, बीजेपी ने बताया समझदारी
बीजेपी विधायकों की बाड़ाबंदी की खबर मिलते ही कांग्रेस भी बीजेपी पर हमलावर हो गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी की बाडाबंदी पर कहा कि बीजेपी विधायकों की पोल खुल गई है. हॉर्स ट्रेडिंग हो रही थी इसलिए उन्हें बाडाबंदी करनी पड़ी. बीजेपी विधायकों में फूट पड़ गई है. बीजेपी नेताओं के बड़े बड़े दावे खुल गए हैं.
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इधर, बीजेपी नेताओं ने बाड़ाबंदी को बाड़ेबंदी की जगह समझदारी बताया. गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि 14 अगस्त को निर्णायक दिन है. इसमें फैसला होगा कि सरकार बचेगी या गिरेगी. इस दिन क्या करना है, इस बारे में विधायकों से बैठक करके सभी से चर्चा करेंगे. कटारिया ने कहा कि हम एकजुट हैं और इसी रणनीति के तहत अपने कुछ विधायकों को गुजरात भेजा था. इसे बाड़ाबंदी की बजाय हमारी समझदारी कहना चाहिए. वहीं बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि अब सभी विधायक 11 अगस्त को जयपुर में जुटेंगे और फिर विधायक दल की बैठक होगी. हम एक साथ रहकर रणनीति बनाएंगे.
मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ बीजेपी की सोशल कैंपेनिंग
वहीं रविवार को पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं राज्य सरकार के खिलाफ ट्वीट कर निशाना साधते हुए कहा कि अब प्रदेश की जनता अत्याचारी, अराजक, अकर्मण्य एवं भ्रष्ट सरकार को नहीं सहेगी. उन्होंने ट्वीट पर #गहलोत_कुर्सी_छोड़ो हैशटैग का इस्तेमाल किया जिसके बाद केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, प्रदेश महामंत्री एवं सांसद दीया कुमारी, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सांसद सी.पी. जोशी सहित पार्टी के तमाम सांसदों एवं विधायकों ने ट्वीट कर समर्थन किया.
डाॅ. पूनियां द्वारा किये गये ट्वीट को प्रदेशभर में आमजन एवं पार्टी कार्यकर्ताओं ने ट्विटर एवं फेसबुक पर भरपूर समर्थन देकर गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. हैशटैग #गहलोत_कुर्सी_छोड़ो दिनभर ट्विटर पर ट्रेड करता रहा.