पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा का नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को दिया जवाब, जयपुर के बिड़ला ओड़ियोटोरियम में कांग्रेस की कार्यशाला से पहले पत्रकारों से बोले डोटासरा, चूरू नाथी का बाड़ा थी बहुत पवित्र जगह, जहां हर व्यक्ति जो मिलती थी मदद, राठौड़ साहब जो इस अहंकार में घूम रहे है की में नेता प्रतिपक्ष बन गए तो कोई खुदा बन गया, मैं समझता हूँ की 8 महीने के लिए बुढ़ापे में शादी हुई है, राजेन्द्र राठौड़ की बुढ़ापे में हुई है राजनितिक शादी, 7 बार जितने के बाद में ना प्रदेश अध्यक्ष बनता है ना मुख्यमंत्री और ना नेताप्रतिपक्ष बनता है, तो ऐसे आदमी का जो जनाधार है वो सबको पता रहता है, वो व्यक्तिगत महत्वकांशी व्यक्ति है, व्यक्तिगत बे वजह लोगों को करते है टारगेट, और यही काम उनके लोग करते है, मेरे लिए उन्होंने बहुत बार ये कहा है की पता नहीं डोटासरा में क्या है की उनके परिवार के लोग RAS बन गए, उनके रिश्तेदार RAS बन गए, में आज उनको बहुत इश्पष्ट कहना चाहता हु, मेरे पिता ने, मेरे परिवार ने, मेने मेरे बच्चो को संस्कार दिए है RAS बनने के, और अपने संस्कार दिए है ठेकेदार और गुंडे बनने के, तो इन संस्कारों का है फर्क, इसलिए कृपया, जनता के लिए काम करे, ये जो इस तरीके की हरकते करवाते है अपने पीए से, अपने लोगो से या पार्टी के गुंडों से, उनके खिलाफ सख्त से सख्त इस सरकार में कारवाही होगी, हम कोई डरने वाले नहीं है, यह आक्रोश यात्रा इनकी बिलकुल फेल है, आपस में इनकी है कलह, कल राठौड़ ने चूरू पुलिस जवान के फूट-फूटकर रोने के मामले में कहा था कि डोटासरा जी, यह मामला नहीं है मेरे संज्ञान में, मैं इस घटना की करता हूं निंदा, मैं स्वयं इस मामले की ले रहा हूं जानकारी कि पुलिसकर्मी के साथ दुर्व्यव्हार की घटना कब व किसके द्वारा की गई, चूरू की धरती नहीं है नाथी का बाड़ा, पुलिसकर्मियों का सम्मान करना चूरू की रही है परम्परा