Thursday, January 16, 2025
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‘अधीरजी ने अपनी पार्टी को कब्र में लिटा दिया’

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अधीरजी ने अपनी पार्टी राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के कश्मीर दौरे को लेकर लोकसभा में कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन (Adhir Ranjan Chowdhury) और जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) आमने-सामने हो गए हैं. सत्यपाल मलिक के बयानों पर कटाक्ष करते हुए अधीर रंजन ने उन्हें भारतीय जनता पार्टी (BJP) का जम्मू कश्मीर का प्रदेश अध्यक्ष बनने तक की सलाह दे दी. अधीर रंजन ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट करते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल को वहां का बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए, क्योंकि उनके व्यवहार के साथ-साथ उनके बयान भी बीजेपी नेता की तरह हैं.’ अधीर रंजन ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के हालात से आम लोगों को गुमराह किया जा रहा है. एक महीना होने जा रहा है लेकिन हिंदुस्तान के बाकी हिस्सों के साथ जम्मू-कश्मीर का कोई संपर्क नहीं है.

अधीर रंजन के इस बयान पर पलटवार करते हुए गवर्नर सत्यपाल मलिक ने कहा ‘अधीरजी ने अपनी पार्टी को कब्र में लिटा दिया है. उन्होंने संसद में जो कुछ भी कहा था, भविष्य में जब कभी भी चुनाव होंगे, उनकी उस बात का उल्लेख होगा. उस व्यक्ति की जानकारी पर मैं क्या प्रतिक्रिया दूं.’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की श्रीनगर यात्रा पर जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने निशाना साधा. मलिक ने कहा, ‘राहुल गांधी ने मेरे न्योते को बिजनेस बना दिया है. मैंने उनसे कहा कि अगर भरोसा नहीं है तो यहां आएं और देखें. इस पर राहुल गांधी कहा कि हाउस अरेस्ट में लोगों और आर्मी से मिलेंगे. मैंने कहा कि यह शर्त मंजूर नहीं है और यह मुद्दा प्रशासन के जिम्मे छोड़ दिया.’

दरअसल, सत्यपाल मलिक से बयानबाजी का ये टकराव कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ भी हो चुका है. राहुल गांधी और सत्यपाल मलिक आपस में एक दूसरे पर बयानबाजी करते हुए हाल में चर्चा में रहे थे. राहुल गांधी ने जब जम्मू कश्मीर गवर्नर से वहां आने की इजाजत मांगी तो मलिक ने उन्हें हैलीकॉप्टर भेजने की बात कही. इस पर राहुल गांधी ने जवाब दिया कि उन्हें हैलीकॉप्टर नहीं केवल वहां के लोगों से मिलने की इजाजत चाहिए.

इसके बाद राहुल गांधी विपक्ष के कुछ नेताओं के एक डेलिगेट के साथ जम्मू कश्मीर रवाना हो गए. वहां पुलिस प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए उन्हें और उनके डेलिगेट को जम्मू एयरपोर्ट से वापिस लौटा दिया.


बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी राहुल गांधी के जम्मू कश्मीर जाने पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्हें वहां जाने की इतनी जल्दी क्यों रही. वहां कुछ वक्त के बाद जाना चाहिए.

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