मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के तीसरे कार्यकाल के आखिरी बजट भाषण के दौरान बना एक काला इतिहास, राजस्थान विधानसभा के इतिहास में पहली बार बजट भाषण के शुरू होते ही सदन की कार्यवाही को करना पड़ा स्थगित, शुक्रवार को जैसे ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुरू किया बजट भाषण, विपक्ष ने मचा दिया भारी हंगामा, विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने बजट किया है लीक, भारी हंगामा करते हुए विपक्षी सदस्य आ गए सदन के वेल में, विपक्ष ने ये भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने पढ़ीं हैं बजट की पुरानी लाइनें, वहीं भारी हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए करना पड़ा स्थगित, पड़ताल में सामने आया कि मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने बजट भाषण में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना की घोषणा की जो कि पिछले साल भी की गई थी, वहीं सीएम जब गहलोत ने दो पॉइंट हूबहू पढ़े तो ये देख सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने सीएम के कान में आकर कहा कुछ, इसी बीच विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया और उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने उठाया सवाल, कि सीएम पढ़ रहे हैं पुराना भाषण और बजट हो गया है लीक, इसके बाद बीजेपी सहित अन्य विपक्षी विधायकों ने शुरू कर दिया जबरदस्त हंगामा, हंगामा बढ़ने लगा तो स्पीकर ने 11 बजकर 12 मिनट पर आधे घंटे के लिए सदन की कार्यवाही कर दी स्थगित