पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में एक ओर जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में दिन ब दिन इजाफा होता जा रहा है वहीं दूसरी ओर प्रदेश के सबसे बडे सवाई मानसिंह अस्पताल के डॉक्टर्स की टीम ने अब तक कोरोना संक्रमित 10 मरीजों को संक्रमण से मुक्त करने में बड़ी सफलता अर्जित की है. एसएमएस अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में पिछले दिनों करीब 22 कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती हुए थे. इनमें से दस कोरोना पॉजिटिव मरीजों को चिकित्सकों ने कोरोना संक्रमण से मुक्त कर दिया है. हाल ही में चिकित्सकों की टीम ने 5 मरीजों को कोरोना मुक्त करने में सफलता प्राप्त की है. वहीं प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते भयभीत हुए आमजन के सहायता के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी जिलों में आवश्यक जानकारी और सहायता हेतु नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए हैं
प्रदेश के सबसे बडे सवाई मानसिंह अस्पताल के चिकित्सकों ने एक बार फिर से किर्तिमान स्थापित किया है. एक ओर जहां पूरे विश्व में कोरोना संक्रमण की वजह से मौतों का आंकडा बढ रहा है वहीं दूसरी ओर एसएमएस अस्पताल के चिकित्सकों के इलाज से आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हो रहे है. एसएमएस अस्पताल में पांच कोरोना पॉजिटिव मरीजों को कोरोना फ्री कर दिया है. एक साथ पांच मरीजों के कोरोना फ्री होना एसएमएस अस्पताल और प्रदेश के लिए बड़ी सफलता है. पांच मरीजों में से एक मरीज को होम क्वारेंटाइन के लिए घर भेजा गया है. मुख्यमंत्री गहलोत ने खुद चिकित्सकों की टीम को बधाई देते हुए उनकी हौसला अफजाई की है.
जयपुर के प्रताप नगर स्थित आरयूएचएस में भर्ती तीन मरीजों को भी डिस्चार्ज किया गया है. प्रदेश के लिए सबसे खास बात यह है कि अधिकांश मरीज सिर्फ दस दिन में ही ठीक हो गए हैं. एक मरीज तो भर्ती होने के छह दिन में ही कोरोना वायरस से मुक्त हो गया है. एसएमएस अस्पताल अधीक्षक डॉ. डी.एस. मीणा ने बताया कि पांचों कोरोना पॉजिटिव मरीजों की दूसरी जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है जिसके चलते इन सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें: CAA और NRC जांच दल समझ कर कोरोना वॉरियर्स के साथ जयपुर में बदसलूकी, जांच फॉर्मेट फाड़े
डॉ. मीणा ने आगे बताया कि विदेश से लौटी रंगोली गार्डन निवासी युवती को भी आइसोलेशन वार्ड से डिस्चार्ज कर दिया गया है. अब यह युवती घर पर होम क्वारेंटाइन में रहेगी. इसके साथ ही भीलवाड़ा के 19 मार्च को भर्ती हुए दो मरीजों और झुंझुनु का एक मरीज जो 23 मार्च को भर्ती हुआ था, इन तीनों को आरयूएचएस से डिस्चार्ज कर दिया गया है. रामनगरिया निवासी युवती भी कोरोना फ्री है, लेकिन वह भी अस्पताल में भर्ती है. कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्सकों का कहना है कि इन मरीजों को इस बार हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवा दी गई है.
वहीं दूसरी ओर प्रदेश में बढ रहे कोरोना संक्रमण के चलते आमजन भयभीत है जिसके चलते सीएम अशोक गहलोत के निर्देश पर प्रदेश के सभी जिलों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए है. इसकी जानकारी सीएम गहलोत ने टवीटर पर साझा करते हुए बताया कि प्रदेश की जनता के लिए सभी जिलों नियंत्रण कक्ष और चिकित्सा नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं ताकि कोई भी व्यक्ति कोविड 19 के संबंध में आवश्यक जानकारी और सहायता प्राप्त कर सके. इन नियंत्रण कक्षों में लोग किसी भी समय फोन करके सहायता प्राप्त कर सकते है.
We have set up district wise control rooms & medical control rooms for public so that one can seek information, help & assistance when needed regarding #COVID19Pandemic. These control rooms have dedicated phone lines, where people can call 24X7. #राजस्थान_सतर्क_है pic.twitter.com/yo9u9rPonc
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 29, 2020