लोकसभा चुनाव से पहले दूसरे दलों में तोड़फोड़ करने में जुटी भाजपा अरुणाचल प्रदेश में खुद इसकी शिकार हो गई है. पेमा खांडू सरकार के गृह मंत्री कुमार वाई और पर्यटन मंत्री जारकर गामलिन सहित 14 विधायक नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) में शामिल हो गए हैं. इनके अलावा प्रदेश भाजपा के महासचिव रहे जारपुम गामलिन ने भी पार्टी से बगावत कर एनपीपी का दामन थाम लिया है. इससे पहले सोमवार को भाजपा के तीन विधायकों ने एनपीपी का दामन थामा था.

इतनी बड़ी संख्या में विधायकों की बगावत की वजह फिर से टिकट नहीं मिलना है. बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में 11 अप्रेल को लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने हैं. भाजपा विधानसभा की 60 सीटों में 54 पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है. पार्टी ने सत्ता विरोधी लहर से निपटने के लिए ज्यादातर मौजूदा विधायकों का टिकट काटकर नए चेहरों को मौका दिया है. पार्टी नेतृत्व के इस फैसले के खिलाफ टिकट कटने वाले विधायकों ने बगावत कर दी है.

बता दें कि 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पास 42 विधायक थे, लेकिन भाजपा ने तोड़फोड़ मचाकर इन्हें पांच पर समेट दिया और खुद के विधायकों की संख्या 11 से 48 पर पहुंचा दी. भाजपा यहां फिर से सत्ता में लौटने का दावा कर रही है, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में बगावत होने से पार्टी नेतृत्व पसोपेश में पड़ गया है. इस बीच एनपीपी ने पूर्वोत्तर राज्यों की सभी 25 संसदीय सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है. पार्टी ने मेघालय के उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है.

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